अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरुकता और यातायात प्रबंधन को विकसित करना चाहते हैं- इसरो

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बुधवार को कहा कि अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरुकता (एसएसए) और अंतरिक्ष यातायात प्रबंधन (एसटीएम) के मामले में देश अभी शैशवावस्था में है और एजेंसी इस क्षेत्र में क्षमताओं का विकास चाहती है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 January 2023, 6:19 PM IST
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बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बुधवार को कहा कि अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरुकता (एसएसए) और अंतरिक्ष यातायात प्रबंधन (एसटीएम) के मामले में देश अभी शैशवावस्था में है और एजेंसी इस क्षेत्र में क्षमताओं का विकास चाहती है।

सोमनाथ ने कहा कि इसरो देश में पर्यवेक्षण मंचों के निर्माण के लिए तकनीकी क्षमता प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है जिससे दुनिया में परस्पर सम्मान प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘एसएसए और एसटीएम के इस विशेष क्षेत्र में भारत के हित बढ़ रहे हैं। हम भारत में असैन्य और सुरक्षा संबंधी पहलुओं, दोनों में क्षमताओं का विकास चाहते हैं।’’

अंतरिक्ष विज्ञानी ने कहा, ‘‘हम भारत में अवलोकन मंच बनाने के लिए तकनीकी क्षमता हासिल करने की, वैश्विक अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता के मामले में भविष्यवाणी करने तथा योगदान देने की क्षमता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और अंतत: जब तक हम इस क्षेत्र में मजबूत नहीं होंगे, कोई परस्पर सम्मान नहीं मिलेगा।’’

वह शहर में इस विषय पर आयोजित कार्यशाला के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। इस क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों और दुनियाभर के विभिन्न हिस्सों से आये विशेषज्ञों ने कार्यशाला में भाग लिया।

सोमनाथ ने कहा कि आपसी सम्मान हासिल करने का लक्ष्य है ताकि भारत और अन्य देशों के बीच परस्पर आंकड़ों और सूचनाओं को साझा किया जा सके।