‘नेशनल रिसर्च फाउंडेशन’ को लेकर केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान, जानिये इस नई योजना के बारे में

डीएन ब्यूरो

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रस्तावित ‘नेशनल रिसर्च फाउंडेशन’ (एनआरएफ) वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए समान वित्तपोषण और इस प्रयास में अधिक निजी भागीदारी सुनिश्चित करेगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह


नयी दिल्ली: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रस्तावित ‘नेशनल रिसर्च फाउंडेशन’ (एनआरएफ) वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए समान वित्तपोषण और इस प्रयास में अधिक निजी भागीदारी सुनिश्चित करेगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार दक्षिण अफ्रीका के गोएबरहा में 11वीं ब्रिक्स एसटीआई मंत्रिस्तरीय बैठक को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि ‘नेशनल रिसर्च फाउंडेशन’ को विश्वविद्यालयों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए एक नीतिगत ढांचा और नियामक प्रक्रिया बनाने का काम भी दिया जाएगा।

सिंह ने देश के विश्वविद्यालयों में अनुसंधान को वित्तपोषित करने के लिए एक राष्ट्रीय एजेंसी स्थापित करने के वास्ते शुक्रवार को लोकसभा में अनुसंधान राष्ट्रीय शोध प्रतिष्ठान विधेयक, 2023’ पेश किया।

मंत्री ने ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अपने समकक्षों से कहा, ‘‘हम एक अद्वितीय सार्वजनिक-निजी भागीदारी इकाई की योजना बना रहे हैं, जिसके लिए अनुसंधान निधि का 36,000 करोड़ रुपये निजी क्षेत्र, ज्यादातर उद्योग से आना है, जबकि सरकार उद्योग की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 14,000 करोड़ रुपये लगाएगी।’’

सिंह ने कहा कि भारत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में ब्रिक्स सहयोग को बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने को उत्सुक है।










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