दूषित जल शोधन क्षमता को लेकर सामने आई ये बड़ी रिसर्च, पढ़ें खास रिपोर्ट
स्वचालन एवं बिजली क्षेत्र की कंपनी एबीबी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दूषित जल शोधन की वैश्विक क्षमता में 8.56 अरब घनमीटर की सालाना वृद्धि करने की जरूरत है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: स्वचालन एवं बिजली क्षेत्र की कंपनी एबीबी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दूषित जल शोधन की वैश्विक क्षमता में 8.56 अरब घनमीटर की सालाना वृद्धि करने की जरूरत है।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दुनिया के 2.2 अरब लोगों को साफ पेयजल नहीं मिल पाता है जबकि 4.2 अरब से अधिक लोगों की पहुंच साफ-सफाई के सुरक्षित साधनों तक नहीं है।
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एबीबी की रिपोर्ट कहती है कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए वैश्विक दूषित जल शोधन क्षमता में 8.56 अरब घनमीटर की वार्षिक वृद्धि करने की जरूरत है। इसके अलावा हर साल 469 नई शोधन इकाइयों की भी जरूरत होगी।
दूषित जल शोधन संयंत्रों में कुल वैश्विक बिजली उत्पादन का करीब तीन प्रतिशत इस्तेमाल होता है और इसका ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 1.5 प्रतिशत अंशदान है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, खतरनाक सामग्रियों के रिसाव को कम करना और पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) को बढ़ावा देना भी जरूरी है।
एबीबी एनर्जी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष ब्रैंडन स्पेंसर ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा, ‘‘अध्ययन से पता चलता है कि संयुक्त राष्ट्र विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मदद के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत है।’’