विपक्षी गठबंधन के घटक दलों ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति और कार्यक्रमों पर चर्चा की

डीएन ब्यूरो

समयपूर्व चुनाव की अटकलों और ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’’ की संभावनाएं तलाशने के लिए समिति के गठन के बीच विपक्षी गठबंधन (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेता शुक्रवार को यहां बैठक कर रहे हैं जिसमें अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिहाज से ठोस खाका तैयार करने, आगे की रणनीति बनाने एवं साझा कार्यक्रम तय करने तथा इस मोर्चे को कुछ ढांचागत स्वरूप देने समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

विपक्षी गठबंधन
विपक्षी गठबंधन


मुंबई: समयपूर्व चुनाव की अटकलों और ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’’ की संभावनाएं तलाशने के लिए समिति के गठन के बीच विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेता शुक्रवार को यहां बैठक कर रहे हैं जिसमें अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिहाज से ठोस खाका तैयार करने, आगे की रणनीति बनाने एवं साझा कार्यक्रम तय करने तथा इस मोर्चे को कुछ ढांचागत स्वरूप देने समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विपक्षी दलों के नेता यहां गठबंधन का ‘लोगो’ भी जारी करेंगे। बैठक के बाद आज शाम ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेता मीडिया को संबोधित करेंगे।

माना जा रहा है कि विपक्षी दलों के नेता अपनी इस तीसरी बैठक के बाद साझा बयान जारी करेंगे तथा वह गठबंधन के लिए समन्वय समिति तथा कुछ उप समूह बनाने की कवायद को अंजाम दे सकते हैं।

बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, जनता दल (यूनाइटेड) के नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राकांपा नेता शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं।

विपक्षी गठबंधन के नेताओं का कहना है कि मुंबई की बैठक में 28 दलों के 63 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

यह भी पढ़ें | INDIA Alliance Meeting: विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की दूसरे दिन की बैठक पर जानिये ये बड़े अपडेट, भाजपा से मुकाबले की बनेगी रणनीति

इससे पूर्व बृहस्पतिवार देर शाम इन नेताओं ने रात्रि भोज से पहले अनौपचारिक बैठक की। रात्रिभोज का आयोजन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने किया था।

सूत्रों का कहना है कि बृहस्पतिवार रात रात्रिभोज पर अनौपचारिक बातचीत के दौरान इन नेताओं ने सीट बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने और एक संयुक्त एजेंडा के साथ सामने आने की जरूरत पर जोर दिया।

विपक्षी गठबंधन से जुड़़े सूत्रों ने यह भी बताया कि यह फैसला किया गया कि चर्चा के बाद एक समन्वय समिति बनेगी तथा चार उप समूहों का भी गठन किया जाएगा। इनमें से एक उप समूह गठबंधन के लिए साझा एजेंडा तय करने, दूसरा कार्य योजना तय करने और सोशल मीडिया का काम देखने तथा एक उप समूह शोध एवं डाटा विश्लेषण से संबंधित होगा।

विपक्षी दल एक उप समूह साझा चुनावी अभियान तैयार करने और जनसभाओं का कार्यक्रम तय करने के लिए गठित करेंगे।

पता चला है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रात्रिभोज के दौरान हुई अनौनचारिक बैठक में कहा कि इस गठबंधन को आगामी दो अक्टूबर तक अपना घोषणापत्र सामने लाना चाहिए तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अगले महीने के आखिर में सीटों का तालमेल करने की पैरवी की।

यह भी पढ़ें | Opposition Mumbai Meeting: मुंबई में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की महाजुटान आज; 28 दल और 63 नेता इन मुद्दों पर बनाएंगे सहमति

समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने भी सीटों का जल्द बंटवारा करने का आह्वान किया।

यह जानकारी भी सामने आई है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक में कहा कि एक साझा राष्ट्रीय एजेंडा तय किया जाए। उन्होंने नेताओं से प्रमुख बिंदु तैयार करने के लिए कहा।

गठबंधन ने बुधवार को विश्वास जताया था कि वह देश में राजनीतिक बदलाव के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा और उसके पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई चेहरे हैं, जबकि भाजपा के पास ‘केवल एक चेहरा’ है।

विपक्षी गठबंधन की यह तीसरी बैठक है। पहली बैठक जून में पटना में, जबकि दूसरी बैठक जुलाई में बेंगलुरु में हुई थी, जहां इसे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) नाम दिया गया।

कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बृहस्पतिवार शाम को कहा कि गठबंधन के नेता शुक्रवार को होने वाली बैठक में सीट-बंटवारे के तौर-तरीकों, समन्वय समिति और साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाने पर चर्चा करेंगे।










संबंधित समाचार