सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo ने मनाया हिंदी भाषा उत्सव, दिग्गजों ने लिया हिस्सा

देश में हिंदी की समृद्धि और लोकप्रियता का जश्न मनाने के लिए देशी माइक्रोब्लॉगिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo (कू) ने पहला हिंदी भाषा उत्सव आयोजित किया। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Updated : 16 September 2021, 5:53 PM IST
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नई दिल्ली: देश में राष्ट्र भाषा हिंदी की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ रही है। Koo (कू) ने हैशटैग #KooHindiFest 2021 के तहत हिंदी भाषा उत्सव आयोजित किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा सहित 10 राज्यों के छह लाख से अधिक लोगों ने हिंदी – भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा- की विरासत का सम्मान करने के लिए रची गई विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों में भाग लिया। आम उपयोगकर्ताओं से लेकर जाने-माने नेताओं व समाज के सभी वर्गों के लोगों ने Koo (कू) पर अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया। परंपरागत रूप से ‘गैर-हिंदी’ राज्यों का उत्साह और भागीदारी उल्लेखनीय थी।

#CoolHaiHindi,#KooHindiFest और #KooPeKaho पूरे दिन प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड करते रहे क्योंकि लोगों ने इस प्लेटफॉर्म पर भाषा के लिए खुलकर अपने प्यार का इजहार किया, जिसने हाल ही में 1 करोड़ यूजर्स को पार किया।

#KooHindifest 2021, Koo (कू) के #KooPeKaho अभियान के हिस्से के रूप में स्थापित उत्सव का पहला संस्करण है, जिसका उद्देश्य उन भारतीयों से जुड़ना और उन्हें सशक्त बनाना है जो अपनी मातृभाषा में बोलते हैं। अभियान को Koo (कू) के ऐसे दृष्टिकोण के अनुरूप तैयार किया गया है जिससे यूजर्स को एक सरल और उपयोग में आसान माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म की पेशकश करके भारत की आवाज़ का लोकतंत्रीकरण किया जा सके जहां वे खुद को स्वतंत्र रूप से व्यक्त कर सकें। सप्ताह भर चलने वाले इस उत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां और कन्टेंट शामिल था जो koo (कू) पर यूजर्स के साथ जुड़ा हुआ था। इनमें से कुछ गतिविधियों में #कविशाला, #मिट्टीकास्वाद, #गीतसागर, #पिक्चरअभीबाकीहै और #एकदिनकानायक शामिल थी।

Koo (कू) के प्रवक्ता ने कहा, “#KooHindiFest 2021 के साथ, हमारा उद्देश्य हिंदी भाषा की समृद्धि का जश्न मनाना है जो भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली आधिकारिक भाषाओं में से एक है। हालाँकि, पहल बहुत बड़ी है – इसका उद्देश्य लोगों को याद दिलाना और देश भर में बोली जाने वाली विभिन्न देशी भाषाओं के महत्व पर जोर देना है। हम उत्सव के पहले संस्करण की सफलता से बहुत उत्साहित हैं।

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