Joshimath Sinking: जोशीमठ से अब तक 90 परिवारों को किया गया स्थानांतरित, जानिये क्या बोले सीएम धामी

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि भूधंसाव ग्रस्त जोशीमठ से अब तक करीब 90 परिवारों को दूसरे स्थानों पर भेजा जा चुका है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

जोशीमठ में भूधंसाव और घरो में दरार से बढ़ा खतरा (फाइल)
जोशीमठ में भूधंसाव और घरो में दरार से बढ़ा खतरा (फाइल)


देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि भूधंसाव ग्रस्त जोशीमठ से अब तक करीब 90 परिवारों को दूसरे स्थानों पर भेजा जा चुका है।

जोशीमठ में दो दिन व्यवस्थाओं का जायजा लेने और प्रभावितों समेत विभिन्न वर्गों के साथ कई बैठकें करने के बाद लौटे मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘जोशीमठ के ज्यादा प्रभावित परिवारों को वहां से ‘स्थानांतरित’ किया जा रहा है। अब तक करीब 90 परिवारों को स्थानांतरित किया जा चुका है।’’

उन्होंने फिर स्पष्ट किया कि अभी किसी मकान को तोड़ा नहीं जा रहा है और केवल आवश्यकतानुसार उन्हें खाली करवाया जा रहा है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि जोशीमठ में सर्वेक्षण करने वाले दल अपना काम कर रहे हैं।

अभी तक जोशीमठ में दरारों वाले 760 भवनों को चिह्नित किया जा चुका है।

पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए धामी ने कहा कि प्रभावित परिवारों को डेढ़ लाख रुपये की अंतरिम सहायता दी जा रही है और बृहस्पतिवार से इसका वितरण भी प्रारंभ कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि जोशीमठ में पुनर्वास की कार्रवाई पूरी योजना के साथ की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा है और हम उसी के अनुसार फैसले ले रहे हैं।

धामी ने कहा कि हालांकि, वहां का जनजीवन सामान्य है और 60 प्रतिशत से ज्यादा चीजें सामान्य चल रही हैं।

इस बीच, रुड़की स्थित केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) की तकनीकी निगरानी में दरारों के कारण ऊपरी हिस्से में एक दूसरे से खतरनाक तरीके से जुड़ गए दो होटलों सात मंजिला ‘मलारी इन’ और पांच मंजिला ‘माउंट व्यू’ को तोड़ने की कार्रवाई जारी है।

इन दोनों होटलों के कारण उनके निचले क्षेत्र में स्थित करीब 12 मकानों पर खतरा उत्पन्न हो गया था।










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