त्रिपुरा में वामपंथियों के लिए बंद हुए रास्ते: उपचुनाव नतीजों पर बोली भाजपा

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने त्रिपुरा में धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में शुक्रवार को मिली जीत पर खुशी जाहिर की और कहा कि कभी पूर्वोत्तर का यह राज्य वामपंथियों का गढ़ हुआ करता था लेकिन उनके लिए इस राज्य में रास्ते बंद हो गए हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

भाजपा के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय
भाजपा के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय


नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने त्रिपुरा में धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में शुक्रवार को मिली जीत पर खुशी जाहिर की और कहा कि कभी पूर्वोत्तर का यह राज्य वामपंथियों का गढ़ हुआ करता था लेकिन उनके लिए इस राज्य में रास्ते बंद हो गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार निर्वाचन आयोग के अनुसार, भाजपा के तफ्फजल हुसैन ने बॉक्सानगर सीट पर 30,237 मतों से जीत दर्ज की। इस सीट पर करीब 66 फीसदी मतदाता अल्पसंख्यक हैं। हुसैन को 34,146 वोट मिले जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी मिजान हुसैन को 3,909 वोट मिले।

भाजपा प्रत्याशी बिंदू देबनाथ ने धनपुर सीट पर 18,871 मतों से जीत दर्ज की। इस सीट पर मतदाताओं का एक बड़ा तबका आदिवासी समुदाय का है। देबनाथ को 30,017 वोट मिले तथा माकपा के उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी कौशिक चंदा को 11,146 वोट मिले।

सिपाहीजाला जिले की दोनों सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा और माकपा के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिला क्योंकि दो अन्य विपक्षी दलों टिपरा मोथा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे।

भाजपा के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा ने त्रिपुरा में दोनों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की...कम्युनिस्टों के लिए रास्ते बंद, जो कभी उनका गढ़ था।’’

माकपा ने मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली और निर्वाचन आयोग द्वारा कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए मतगणना का बहिष्कार किया था।

उपचुनाव के लिए पांच सितंबर को मतदान हुआ था। दोनों सीटों पर औसतन 86.50 फीसदी मतदान हुआ था। मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच सोनमुरा गर्ल्स स्कूल में हुई।

माकपा विधायक समसुल हक के निधन के कारण बॉक्सानगर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव आवश्यक हो गया था। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धनपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।










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