11वें सिविल सेवा दिवस पर पीएम मोदी का मंत्र..चुनौतियों को अवसर में बदलें अफसर
पीएम मोदी ने आज दिल्ली में आयोजित 11वें सिविल सेवा दिवस के कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नौकरशाहों को सम्मानित किया और उन्हें सफलता के मंत्र दिए।
नई दिल्ली: राजधानी में 11वें सिविल सेवा दिवस के मौके पर विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफसरों को सम्मानित किया। पीएम मोदी ने नौकरशाहों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अफसरों की जिम्मेदारियों के बारे में पता है। मोदी ने कहा कि अगर आप काम करने का तरीका बदलेंगे तो चुनौतियां अवसर में बदल जाएंगी। चीजों को बदलने के लिए आपका रोल आज के वक्त में ज्यादा अहम हो गया है। उन्होंने कहा कि अफसर सोशल मीडिया का इस्तेमाल खुद के प्रचार के लिए न करें। बस काम करने का तरीका बदलें।
पीएम मोदी के संबोधन की 20 बड़ी बातें
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प्रधानमंत्री 25 फरवरी को दिल्ली कर्नाटक संघ की 75वीं वर्षगांठ समारोह का उद्घाटन करेंगे
- तीन साल में अनुभव किया कि ऐसा कोई काम नहीं हुआ कि मैंने कुछ कहा हो और वह पूरा ना हुआ हो, हर काम को उसके नतीजे के साथ करें
- आजादी के 70 साल बाद ये पहली बार हुआ कि बजट 1 फरवरी को पेश हुआ और 1 अप्रैल तक उसकी सभी प्रक्रिया पूरी हो गई है
- सरकार आती जाती रहेगी, लेकिन व्यवस्था वहीं रहेगी
- मैं हमेशा ही ईमानदार अफसरों के साथ हूं
- प्रगति के जरिये हमनें 15-20 सालों से अटकी पड़ी कई परियोजनाओं को एक दिन में बैठक कर सुलझाया है
- अफसरों को अपने हर निर्णय को राष्ट्रहित के तराजू में तौलना चाहिए, इस बात में कभी भी कमी नहीं आनी चाहिए
- देश की शासन व्यवस्था अफसरों की ऊंगलियों पर मौजूद है, आपको अभाव के बीच भी रास्ते खोजने होंगे
- हर किसी को लगना चाहिए कि देश मेरा है, सरकार मेरी है, सभी लोगों को जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए
- समर्पण भाव से काम करना चाहिए, नाम कमाने की इच्छा न होना ही सबसे बड़ी ताकत है
- सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है, जिला लेवल के अफसर भी इसका फायदा उठा सकते हैं
- सबसे मेधावी छात्र IAS बनते हैं, काम भी उसी हिसाब से होना चाहिए
- सोशल मीडिया के जरिए व्यवस्था का प्रचार कीजिए, ज्यादातर अधिकारी सोशल मीडिया में व्यस्त हैं
- देश में सर्वोत्तम लोगों को सर्वोत्तम की जरूरत है, मैं आज सोशल मीडिया की ताकत को पहचानता हूं
- टीम वर्क को काम की परंपरा बनाए
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- 20 साल में हालात बदले हैं, आज लोगों के पास विकल्प हैं
- अगले एक साल में काम की क्वालिटी में बदलाव होना चाहिए, सिर्फ सर्वश्रेष्ठ होने से काम नहीं चलता है
- अगर काम करने के तरीके को बदलेंगे तो चुनौती भी अवसर में बदल जाएगी
- हमें कार्यशैली बदलने की जरूरत है
- किसी को भी सरकार के रहते बोझ का अहसास नहीं होना चाहिए
- सेवा भाव से काम करें, नाम कमाने की इच्छा से नहीं