पाक सरकार और इमरान खान की पीटीआई में इस अहम मुद्दे पर नहीं बन पाई सहमति

डीएन ब्यूरो

पाकिस्तान में सत्तारूढ़ गठबंधन और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान (पीटीआई) पार्टी पूरे देश में एक ही दिन आम चुनाव कराने को तो राजी हो गए हैं, लेकिन दोनों पक्षों के बीच मतदान की तारीख को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

वित्त मंत्री इशाक डार
वित्त मंत्री इशाक डार


इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सत्तारूढ़ गठबंधन और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान (पीटीआई) पार्टी पूरे देश में एक ही दिन आम चुनाव कराने को तो राजी हो गए हैं, लेकिन दोनों पक्षों के बीच मतदान की तारीख को लेकर सहमति नहीं बन पाई है।

प्रांतीय और संघीय चुनाव की तिथि को लेकर पिछले कई महीनों से जारी राजनीतिक गतिरोध को खत्म करने के लिए इस्लामाबाद में मंगलवार देर रात हुई बैठक में पाकिस्तान सरकार और पीटीआई ने पूरे देश में एक ही दिन मतदान कराने का फैसला लिया।

दरअसल, इमरान की पीटीआई पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में जल्दी चुनाव कराने की मांग कर रही थी। दोनों की प्रांतीय असेंबली को इस साल जनवरी में भंग कर दिया गया था। वहीं, पाकिस्तान सरकार अक्टूबर में एक ही तिथि पर देशभर में संघीय और प्रांतीय चुनाव कराने पर अड़ी हुई थी।

सत्तारूढ़ गठबंधन और पीटीआई के बीच देश में एक ही तिथि पर चुनाव कराने के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तीसरी बैठक मंगलवार रात को हुई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार  वित्त मंत्री इशाक डार ने  कहा, “एक या दो प्रांतों में अलग-अलग तारीख पर चुनाव होने चाहिए या नहीं, इस बारे में अब कोई भ्रम नहीं है। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गए हैं कि देश में एक ही दिन चुनाव कराना फायदेमंद है।”

डार के मुताबिक, बातचीत में एक और सकारात्मक नजीता यह निकला कि चुनाव कार्यवाहक व्यवस्था के तहत कराने का फैसला लिया गया।

हालांकि, उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीख को लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है।

डार ने कहा, “हमने तारीख तय कर ली है... लेकिन इस पर आम सहमति कायम करना अभी बाकी है।” उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष चुनाव की तारीख को लेकर अपने-अपने नेतृत्व से चर्चा करेंगे।

डार ने पूरे पाकिस्तान में एक ही दिन चुनाव कराने के प्रस्ताव पर बनी सहमति को ‘बड़ी प्रगति’ करार दिया।

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने लचीलापन दिखाया है और अगर वे ईमानदारी के साथ एक समाधान की दिशा में काम करना जारी रखते हैं, तो ‘तीसरा चरण (चुनाव की तारीख को अंतिम रूप देना) भी कामयाब होगा।’

वहीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि दोनों पक्ष चुनावी नतीजों को स्वीकार करने पर भी सहमत हुए हैं।

बैठक में पाकिस्तान सरकार की तरफ से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के इशाक डार, ख्वाजा साद रफीक, आजम नजीर तरार और सरदार अयाज सादिक के अलावा पीपीपी के यूसुफ रजा गिलानी और सैयद नवीद कमर तथा अन्य पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

वहीं, मुख्य विपक्षी दल पीटीआई की ओर से पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी और सीनेटर अली जफर ने बैठक में हिस्सा लिया।

बैठक के बाद कुरैशी ने मीडिया से कहा कि उनकी पार्टी ने कार्यवाहक व्यवस्था के तहत एक ही दिन चुनाव कराने के सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली और सिंध ए‍वं बलूचिस्तान की प्रांतीय असेंबली को भंग करने की तारीख के साथ-साथ चुनाव की तारीख पर समझौता होना बाकी है।

कुरैशी के अनुसार, पीटीआई ने प्रस्ताव दिया है कि देशभर में एक साथ चुनाव होने से पहले इन असेंबलियों को 14 मई को या फिर उससे पहले भंग कर दिया जाए।










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