एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कई अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया
अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में कथित मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई तथा कई अन्य आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को एक नया आरोपपत्र दायर किया।
नई दिल्ली:राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में कथित मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई तथा कई अन्य आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को एक नया आरोपपत्र दायर किया।
इस आरोपपत्र में उन पर आतंक पैदा करने तथा चर्चित लोगों को निशाना बनाकर उनकी हत्या करने की आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
संघीय आतंकवाद रोधी एजेंसी का कहना है कि इन कुख्तात बदमाशों के प्रतिबंधित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) तथा कई अन्य खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठन से ‘‘संबंध’’ हैं।
यह आरोपपत्र आतंकवाद-गैंगस्टर गठजोड़ के तीन मामलों में से दूसरे मामले में दाखिल किया गया है, जिसकी जांच एनआईए कर रही है।
एनआईए ने कहा, ‘‘सभी 14 आरोपियों पर आतंक पैदा करने तथा जाने-माने सामाजिक और धार्मिक नेताओं, फिल्मी सितारों, गायकों और कारोबारियों की लक्षित हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।’’
यह भी पढ़ें |
एनआईए ने आईएसआईएस से ‘संबंध’ होने के आरोप में एएमयू के छात्र को किया गिरफ्तार
एजेंसी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में षड्यंत्रकारियों के संपर्क में होने के अलावा आरोपी कनाडा, नेपाल और अन्य देशों में खालिस्तान समर्थक तत्वों के संपर्क में भी थे।’’
आरोप पत्र में बिश्नोई और बराड़ के अलावा जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया, सचिन थपन उर्फ सचिन बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई उर्फ भानु, विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़, संदीप झांझरिया उर्फ काला जठेड़ी, वीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ काला राणा, जोगिंदर सिंह, राजेश कुमार उर्फ राजू मोटा, राज कुमार उर्फ राजू/राजू बसोडी, अनिल उर्फ चिप्पी, नरेश यादव उर्फ सेठ और शहबाज अंसारी उर्फ शहबाज को नामजद किया गया है।
साल 2015 से जेल में बंद बिश्नोई कनाडा में रहने वाले गोल्डी बराड़ के साथ विभिन्न राज्यों की जेलों से अपने आतंक-अपराध गिरोह का संचालन कर रहा है। बराड़ पर नवंबर, 2022 में फरीदकोट (पंजाब) में 'डेरा सच्चा सौदा' के अनुयायी प्रदीप कुमार की हत्या का आरोप है।
एनआईए ने कहा, 'लॉरेंस बिश्नोई आतंक-अपराध-जबरन वसूली गिरोह मोहाली में पंजाब राज्य खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले में मदद देने के लिए भी जिम्मेदार था, जिसे पाकिस्तान स्थित बीकेआई के आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा के निर्देश पर अंजाम दिया गया था।'
बराड़ का लखबीर सिंह उर्फ लांडा के साथ 'सीधा संबंध' पाया गया, जो कि रिंडा के साथ मिलकर काम कर रहा बीकेआई का एक अन्य सदस्य है।
यह भी पढ़ें |
जामिया ने पिछले साल की झड़प के मामले में 15 छात्रों के खिलाफ की 'कड़ी कार्रवाई', तीन निष्कासित
लांडा मोहाली आरपीजी हमले के साथ-साथ दिसंबर, 2022 में पंजाब के तरनतारन जिले के सिरहाली पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमले का भी आरोपी है।
एनआईए ने पहले इस मामले में छापेमारी की थी और पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, चंडीगढ़ और दिल्ली में 74 स्थानों पर नौ अवैध हथियार, 14 मैगजीन, 298 कारतूस 183 डिजिटल उपकरण और अपराध में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की थी।
एजेंसी ने कहा कि उसने अपनी जांच के दौरान विभिन्न संगठित अपराध नेटवर्क के लगभग 70 सदस्यों से 'पूछताछ' की।