Site icon Hindi Dynamite News

Gurleen Chawla: मिलिये यूपी की बेटी गुरलीन चावला से, जानिये उसकी उपलब्धियां, PM मोदी ने की गुरलीन की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के अपने पहले रेडियो कार्यक्रम मन की बात में गुरलीन चावला की जमकर तारीफ की, जिसके बाद चारों तरफ इस नाम के चर्चे हो रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट में जानिये आखर कौन है गुरलीन और क्या है उशकी उपलब्धियां
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
Gurleen Chawla: मिलिये यूपी की बेटी गुरलीन चावला से, जानिये उसकी उपलब्धियां, PM मोदी ने की गुरलीन की सराहना

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के इस साल 2021 के प्रथम एपिसोड में कई मुद्दों पर बात की लेकिन पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के बाद जिस नाम की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वो है गुरलीन चावला। उत्तर प्रदेश की बेटी गुरलीन ने जो कुछ किया, वह सभी के लिये आज प्रेरणा का स्रोत है और यही कारण है कि पीएम मोदी ने भी गुरलीन की जमकर तारीफ की। इससे पहले सीएम योगी भी गुरलीन के प्रयासों की तारीफ कर चुके हैं। 

दरअसल, यूपी की बेटी गुरलीन चावला बुंदेलखंड के आम लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने और उन्हें आर्थिक रूप में मजबूत बनाने के प्रयासों में जुटी हुई है। झांसी निवासी हरजीत सिंह चावला की बेटी गुरलीन चावला पुणे में लॉ की पढ़ाई कर रही थी। लॉ की इस छात्रा गुरलीन ने नई तकनीक के इस्तेमाल से पहले अपने घर और फिर अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग किया। इसमें उन्हें शानादार सफलता मिली और इसके बाद वे झांसी और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को भी इसकी खेती के लिये प्रेरित कर रही हैं। 

गुरलीन के प्रयासों के बाद हर किसी को आश्चर्य है कि बुंदेलखंड में भी स्ट्रॉबेरी की खेती हो सकती है। गुरलीन ने इस असंभव सी बात को संभव कर दिखाया है।  अब बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर जबरदस्त उत्साह बढ़ रहा है। गुरलीन ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। इससे वहां की आर्थिकी में भी बड़े बदलाव की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी में 17 जनवरी से स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन किया है। यह महोत्सव 16 फरवरी तक चलेगा। उत्तर प्रेदश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गुरलीन के प्रयास को सराहा है। उन्होंने कहा कि गुरलीन के इस प्रयोग के बारे में आसपास के लोगों की भी दिलचस्पी बढ़ी है। लोगों में अब इसको लेकर दिलचस्पी बढ़ी है। 

इस महोत्सव के माध्यम से किसानों और युवाओं को अपने घर के पीछे खाली जगह पर, या छत पर टैरेस गार्डन में बागवानी करने और स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नई टेक्नोलॉजी की मदद से इस प्रयास को देश के अन्य हिस्सों में शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।

Exit mobile version