कार मूल्यांकन कार्यक्रम पर जानिये क्या बोलीं देश की वाहन निर्माता कंपनियां, जानिये इसके फायदे-नुकसान

डीएन ब्यूरो

महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और टोयोटा किर्लोस्कर सहित देश की प्रमुख वाहन कंपनियों ने सरकार के भारत नयी कार मूल्यांकन कार्यक्रम (भारत-एनसीएपी) को घरेलू उद्योग के लिए सही दिशा में उठाया गया अच्छा कदम करार दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष वेलुसामी
महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष वेलुसामी


नयी दिल्ली: महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और टोयोटा किर्लोस्कर सहित देश की प्रमुख वाहन कंपनियों ने सरकार के भारत नयी कार मूल्यांकन कार्यक्रम (भारत-एनसीएपी) को घरेलू उद्योग के लिए सही दिशा में उठाया गया अच्छा कदम करार दिया है।

इस पहल का स्वागत करते हुए वाहन विनिर्माताओं ने कहा कि इससे देश में अधिक सुरक्षित कारों के उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष (वाहन प्रौद्योगिकी और उत्पाद विकास) वेलुसामी आर ने  कहा, ‘‘महिंद्रा में हमारा मानना ​​है कि यह सड़क परिवहन मंत्रालय के ठोस कदमों में से है। हम भारत-एनसीएपी के क्रियान्वयन का स्वागत करते हैं।’’

उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की यह पहल समान अवसर पैदा करेगी और इससे भारतीय ग्राहकों के लिए सुरक्षित मॉडलों के विनिर्माण को लेकर मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा।

वेलुसामी ने उम्मीद जताई कि सरकार ऐसी सुरक्षित कारें बनाने वाले विनिर्माताओं को कुछ प्रोत्साहन भी देगी।

मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी अधिकारी (कॉरपोरेट मामले) राहुल भारती ने कहा कि कंपनी इस पहल का समर्थन करती है।

उन्होंने कहा, ‘‘सैद्धांतिक रूप से ग्राहकों को सही सूचना के साथ सशक्त करना हमेशा से एक सकारात्मक कदम रहा है और हम इसका समर्थन करते हैं।’’

सरकार ने भारत-एनसीएपी पर अधिसूचना का मसौदा जारी किया है। इसमें वाहनों को उनके दुर्घटना परीक्षण के आधार पर ‘स्टार रेटिंग’ देने का प्रस्ताव है।

सरकार का लक्ष्य इस कार्यक्रम को पहली अक्टूबर, 2023 से लागू करने का है।

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारा मानना ​​है कि भारत-एनसीएपी सही दिशा में उठाया गया एक कदम है। जहां उद्योग खुद आगे बढ़कर नए सुरक्षा मानकों की बात कर रहा है, वहीं आज ग्राहक भी सुरक्षा खूबियों को लेकर अधिक जागरूक हुए हैं।’’

प्रवक्ता ने कहा कि ग्राहकों की पसंद के आधार पर पहले ही ज्यादातर ओईएम उच्च मानदंडों का पालन कर रहे हैं। ‘‘भारत-एनसीएपी से इसमें और पारदर्शिता आएगी और सुरक्षा के अधिक ऊंचे मानदंडों को हासिल किया जा सकेगा।’’

इसी तरह की राय जताते हुए स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक पीटर सोल्क ने कहा कि भारत सरकार सुरक्षा नियमनों और नीतियों पर अधिक जोर दे रही है जिससे कार की सुरक्षा को बेहतर करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू है। स्कोडा भारतीय बाजार में ब्रांड को आगे बढ़ाने के लिए सुरक्षा पर ध्यान देना जारी रखेगी।’’

टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह हमेशा से सरकार के सुरक्षित परिवहन के कदम का समर्थन करती रही है और भविष्य में भी ऐसा ही करेगी।

किआ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तेई जिन पार्क ने कहा कि यह कदम भारतीय वाहन उद्योग के लिए काफी अच्छा है। कंपनी ने अधिसूचना का विश्लेषण किया है और वह इसपर काम कर रही है।

भारत-एनसीएपी के तहत विनिर्माताओं या आयातकों को सरकार की ओर से मनोनीत एजेंसी को फॉर्म 70-ए में आवेदन करना होगा।

यह एजेंसी वाहन उद्योग मानक (एआईएस)-197 के तहत उनके मोटर वाहन को स्टार रेटिंग देगी। मनोनीत एजेंसी इस रेटिंग को पोर्टल पर डालेगी। भारत-एनसीएपी एक स्वैच्छिक कार्यक्रम होगा।










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