इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय: जैंडर इक्वॉलिटी एंड वुमेन्स राइट पर राष्ट्रीय वेबिनार
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक मध्य प्रदेश के जेंडर स्टडी सेल तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। पढिये, पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
अमरकंटक (मध्य प्रदेश): इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक मध्य प्रदेश के जेंडर स्टडी सेल तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का विषय “जेंडर बायस, स्टोरियोटाइपिंग, जैंडर इक्वॉलिटी एंड वुमेन्स राइट” था। वेबिनार की अध्यक्षता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के कुलपति प्रोफेसर डा. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी द्वारा की गयी।
इस वेबिनार के उद्घाटन सत्र के गेस्ट ऑफ ऑनर डा. अर्चना ठाकुर, सह-सचिव, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली तथा मुख्य अतिथि प्रो. एंजेला गुप्ता, कुलपति गुरू घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर उपस्थित थे।
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राष्ट्रीय वेबिनार के संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर डा. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि आज की नारी शक्ति पहले के मुकाबले काफी सशक्त हो चुकी है और वे काफी आगे भी बढ चुकीं हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के कारण महिलाओं को लेकर समाज में सोच में भी काफी बदलाव हुआ है। महिलाओं ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है। महिलाओं का सम्मान बेहद जरूरी है। नारी अस्मिता सुरक्षा को आदर्श स्थित तक पहुंचाने के लिये सोच में बदलाव की जरूरत है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली ने आयोग द्वारा महिलाओं के सशक्त विकास और सशक्तिकरण के लिये चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने सक्षम पोर्टल, लड़कियों की शिक्षा के लिये सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न फैलोशिप योजनाओं की जानकारी भी दी।
मुख्य अतिथि प्रो. एंजेला गुप्ता, कुलपति गुरू घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर ने कहा कि आज भी महिलाओं को एक जेंडर के रूप में देखा जाता है। महत्वपूर्ण पदों पर उनकी नियुक्ति कम होती है।