उत्तर पूर्वी दिल्ली में दो लोगों ने फिरौती के लिए दोस्त को अगवा कर उसकी हत्या की, एक गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में दो लोगों ने अपने एक दोस्त को, उसके परिवार से दो लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए कथित रूप से अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

दोस्त को अगवा कर उसकी हत्या की
दोस्त को अगवा कर उसकी हत्या की


नयी दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में दो लोगों ने अपने एक दोस्त को, उसके परिवार से दो लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए कथित रूप से अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने 19 सितंबर को नितिन (22) को कथित रूप से चाकू मार दिया और अगली सुबह उसके परिवार से फिरौती की रकम मांगी। उन्होंने बताया कि जब आरोपियों को पता चला कि मामले में पुलिस जांच कर रही है तो वे फरार हो गए।

पुलिस ने बताया कि मामले में एक आरोपी सचिन कुमार शर्मा (24) को राजस्थान के श्री गंगानगर से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि अन्य आरोपी अरुण का अब तक पता नहीं चल पाया है।

पुलिस ने कहा कि सचिन और नितिन दोनों नयी दिल्ली में करावल नगर में जौहरीपुर के निवासी हैं और पीड़ित शाहदरा में कपड़े की एक दुकान पर काम करता था।

पीड़ित की बहन गीता चौधरी ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि 19 सितंबर को नितिन शाम करीब साढ़े पांच बजे घर से निकला था।

शिकायत के अनुसार, अगले दिन सुबह करीब 10 बजकर 23 मिनट पर उसे एक संदेश मिला जिसमें कहा गया था कि उसके भाई का अपहरण कर लिया गया है और दो लाख रुपये दिए जाने पर ही उसे छोड़ा जाएगा।

पुलिस उपायुक्त (उत्तर पूर्व) जॉय तिर्की ने कहा कि इसके तुरंत बाद फिरौती के लिए अपहरण का मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। पुलिस ने पीड़ित के फोन कॉल रिकॉर्ड की जांच की और दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि का पता चला लेकिन उनकी पहचान नहीं हो सकी।

पुलिस ने बताया कि तकनीकी निगरानी की मदद से इनमें से एक आरोपी सचिन का पता लगा लिया गया और उसे राजस्थान के श्री गंगानगर से पकड़ लिया गया।

उन्होंने बताया कि सचिन करावल नगर में बर्तन की एक दुकान में सेल्समैन का काम करता था और वह 2018 से नितिन को जानता था। सचिन के परिवार में उसकी पत्नी और दो महीने की बेटी है।

डीसीपी ने बताया कि बेटी के जन्म के बाद से ही उसे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। दो साल पहले सचिन की मुलाकात सह-आरोपी अरुण से हुई थी।

तिर्की ने बताया कि करीब 15 दिन पहले सचिन और अरुण ने नितिन को अगवा करने तथा उसके परिवार से दो लाख रुपये की फिरौती मांगने की साजिश रची।

पुलिस ने बताया कि सचिन ने 19 सितंबर की शाम को नितिन को शराब पीने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान अरुण भी मौजूद था। अरुण और सचिन दोनों के पास चाकू थे। दोनों नितिन के करीबी दोस्त थे इसलिए उसे उन पर कोई संदेह नहीं हुआ।

पुलिस के अनुसार, नितिन शाम करीब सवा छह बजे जौहरीपुर मेन रोड पर पहुंचा जहां सचिन और अरुण उसका इंतजार कर रहे थे। तीनों गाजियाबाद के बेहटा हाजीपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे।

डीसीपी ने कहा कि उन्होंने रेल की पटरियों के पास शराब पी और रात करीब नौ बजे सचिन ने कहा कि उन्हें अब घर लौटना चाहिए। रास्ते में लौटते समय घने अंधेरे में रेलवे पटरियों के पास सुनसान मार्ग पर सचिन और अरुण ने नितिन को पकड़ा और चाकू मारकर उसकी कथित तौर पर हत्या कर दी।

तिर्की ने बताया कि उन्होंने शव को रेल पटरियों के पास झाड़ियों में कथित रूप से छिपा दिया और नितिन का मोबाइल लेकर घर लौट आए।

अगले दिन सुबह करीब साढ़े 10 बजे दोनों ने गाजियाबाद के लोनी से नितिन के फोन से उसकी बहन को संदेश भेजा और फिरौती की मांग की।

डीसीपी ने बताया कि जब आरोपियों को महसूस हुआ कि पुलिस मामले में जांच कर रही है तो उन्होंने दिल्ली छोड़ने का फैसला किया।

 










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