जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के बाढ़ जैसे हालात, जनजीवन अस्त-व्यस्त

डीएन ब्यूरो

जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश से कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात निलंबित कर दिया गया है जबकि अधिकारियों ने डोडा और किश्तवाड़ जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर


जम्मू: जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश से कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात निलंबित कर दिया गया है जबकि अधिकारियों ने डोडा और किश्तवाड़ जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। 

उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर, विशेष रूप से कठुआ और सांबा जिलों में नदी और नाले बाढ़ चेतावनी स्तर के करीब पहुंच गये हैं या उसे पार कर गये हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मौसम विभाग ने क्षेत्र में और बारिश होने की आशंका जताई है।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू संभाग के कई हिस्सों में रातभर भारी बारिश हुई, जिसकी वजह से रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। उन्होंने बताया कि पहाड़ों से मिट्टी खिसकने और भूस्खलन के कारण अधिकारियों को यातायात रोकना पड़ा।

यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘राजमार्ग अब भी अवरुद्ध है और जब तक मार्ग से भूस्खलन का मलबा हटा नहीं दिया जाता तब तक लोगों को यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है।’’

अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर भी यातायात परिवर्तित किया गया है, जहां तरनाह नाले में अचानक आई बाढ़ के कारण एक पुल के दो खंभे क्षतिग्रस्त हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर डोडा और किश्तवाड़ जिलों के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को दिनभर के लिए बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण चिनाब और उसकी सहायक नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है और छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।

मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के आधार शिविर कटरा में 315.4 मिलीमीटर बारिश हुई, जो अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है।

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प्रवक्ता ने बताया, ‘‘वर्ष 1980 के बाद से अब तक की सबसे ज्यादा बारिश हुई है।’’

अधिकारियों ने बताया कि रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए हेलीकॉप्टर और बैटरी कार सेवा भी खराब मौसम के कारण रोक दी गई है।

उन्होंने बताया कि वैष्णो देवी की यात्रा सुचारू रूप से जारी है, लेकिन मंदिर जाने के लिए नए बैटरी कार मार्ग को भूस्खलन की आशंका के मद्देनजर बंद कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर सेवा भी रोक दी गई है।

अधिकारी ने कहा कि कठुआ और सांबा में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि जम्मू में तावी, चिनाब और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है।’’

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले सात दिन के लिए जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने की आशंका जताई है।

जम्मू स्थित आईएमडी केंद्र के अध्यक्ष मोहिंदर सिंह ने बताया कि आगामी सप्ताह में केंद्र शासित प्रदेश में मूसलाधार बारिश हो सकती है।

उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई है।

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सिंह ने बताया, ''कटरा में सबसे ज्यादा 315.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिसे अत्यंत भारी बारिश के रूप में वृगीकृत किया गया है।''

उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में पिछले 43 वर्षों की सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

आईएमडी अधिकारी ने अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को अपने-अपने आधार शिविरों द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।

उन्होंने बताया, ''यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं को मौसम रिपोर्ट और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।''

आईएमडी ने जम्मू-कश्मीर के निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका जताई है।

पुलिस ने एक परामर्श में बताया कि लगातार भारी बारिश होने के कारण जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर चढ़वाल पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।

परामर्श में कहा गया है, ''कठुआ के प्यारे निवासियों और यात्रियों। आपको खेद के साथ सूचित किया जाता है कि इलाके में लगातार भारी बारिश की वजह से चढ़वाल पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके परिणामस्वरूप, पुल पार करने की कोशिश करने वाले सभी पैदल यात्रियों और वाहनों के लिए यह एक संभावित खतरा बन गया है।''

पुलिस ने बताया कि तरनाह नाले में बाढ़ की वजह से पुल के खंभों को नुकसान पहुंचा है।










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