

गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। हर किसी को एसी की हवा अच्छी लगती है। लेकिन, आपको पता नहीं है इससे खतरनाक बीमारी भी हो सकती है। वो क्या है जानने के लिए पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: गर्मियां शुरू होते ही लोगों के घरों, दफ्तरों और दुकानों में एयर कंडीशनर (एसी) चलना आम बात हो जाती है। कई लोग ऐसे होते हैं जो दिन-रात एसी में रहना पसंद करते हैं। लेकिन अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं तो यह आदत आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। माइग्रेन एक गंभीर और बार-बार होने वाला सिरदर्द है, जो कुछ खास कारणों से शुरू होता है। ठंडी हवा, खासकर एसी से आने वाली सीधी हवा माइग्रेन को बढ़ा सकती है।
माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले कारण
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, माइग्रेन कोई सामान्य सिरदर्द नहीं है, बल्कि यह एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो अचानक शुरू होती है और कई बार घंटों या दिनों तक बनी रहती है। इसके लक्षणों में धड़कते हुए सिरदर्द, मतली, उल्टी, रोशनी और आवाज के प्रति संवेदनशीलता शामिल हैं। माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले मुख्य कारण हैं।
एसी में बैठने से माइग्रेन क्यों बढ़ता है?
जब माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति लंबे समय तक एसी में बैठता है, खासकर जब ठंडी हवा सीधे सिर, गर्दन या चेहरे पर पड़ती है, तो नसें सिकुड़ने लगती हैं। यह सिकुड़न माइग्रेन के दर्द को और बढ़ा देती है। इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति बार-बार ठंडे कमरे से बाहर गर्म वातावरण में जाता है, तो शरीर को झटका लगता है। यह तापमान असंतुलन माइग्रेन को और खराब कर सकता है। वैसे तो माइग्रेन के मरीज़ AC से पूरी तरह बच नहीं सकते, लेकिन कुछ ज़रूरी सावधानियाँ बरतकर इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
गर्मियों में AC का इस्तेमाल करने से राहत ज़रूर मिलती है, लेकिन माइग्रेन के मरीज़ों को इसका इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। ठंडी हवा का सीधा झोंका और तापमान में बार-बार होने वाला बदलाव सिरदर्द को गंभीर बना सकता है। अगर आप थोड़ी सी सावधानी बरतें और अपने शरीर को समझें तो आप माइग्रेन को नियंत्रण में रख सकते हैं और गर्मियों में भी राहत पा सकते हैं।