G-20 Summit: अमिताभ कांत ने बताया जी-20 का महत्व, रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे भू-राजनीतिक मुद्दों पर कही ये बात
भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे भू-राजनीतिक मुद्दों से जी-20 के मुकाबले संयुक्त राष्ट्र ज्यादा बेहतर ढंग से निपट सकता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे भू-राजनीतिक मुद्दों से जी-20 के मुकाबले संयुक्त राष्ट्र ज्यादा बेहतर ढंग से निपट सकता है।
उन्होंने साथ ही कहा कि जी-20 वैश्विक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए एक आर्थिक निकाय है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार कांत ने उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा आयोजित 'बी20 शिखर सम्मेलन’ में उम्मीद जताई कि भारत जी-20 देशों को सौहार्दपूर्ण रास्ता निकालने के लिए मनाने में सफल होगा। वह युद्ध से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
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रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण जी-20 के कई समूह संयुक्त घोषणा पत्र जारी नहीं कर पाए हैं।
कांत की टिप्पणी अगले महीने की शुरुआत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले आई है, जिसकी अध्यक्षता भारत करेगा।
उन्होंने कहा, ''जी20 वास्तव में एक आर्थिक निकाय है। यह संगठन वृद्धि के लिए है। राजनीतिक निकाय संयुक्त राष्ट्र है। हालांकि, युद्ध के चलते भोजन, ईंधन और उर्वरक से जुड़ी चुनौतियां सामने आती हैं, और इसलिए अर्थशास्त्र के संदर्भ में इसका बड़ा असर होता है। यही बात अन्य देश कह रहे हैं।''
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उन्होंने कहा, ''युद्ध हमारा विषय नहीं है और चुनौती वृद्धि से जुड़े मुद्दों को सबसे आगे रखने की है।''
कांत ने कहा, ''युद्ध के मुद्दे पर, पिछले साल बाली में हमने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को अपनाया था... हमें पूरी उम्मीद है कि हम भू-राजनीतिक मुद्दों पर एक सौहार्दपूर्ण रास्ता खोजने के लिए सभी को मना लेंगे।''
भारत की जी-20 अध्यक्षता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन ऐसे वक्त में हो रहा है, जब देश अपनी वृद्धि की रफ्तार को तेज करने में कामयाब रहा है।