भारत के लिए निर्मित सी295 विमान की पहली उड़ान रही सफल

डीएन ब्यूरो

भारतीय वायुसेना के बेड़े में परिवहन विमान के तौर पर शामिल होने जा रहे एयरबस सी295 श्रेणी के पहले विमान की स्पेन के शहर सेविले में पहली उड़ान सफल रही है।

भारतीय वायुसेना (फाइल)
भारतीय वायुसेना (फाइल)


नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के बेड़े में परिवहन विमान के तौर पर शामिल होने जा रहे एयरबस सी295 श्रेणी के पहले विमान की स्पेन के शहर सेविले में पहली उड़ान सफल रही है।

एयरबस ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि भारत के साथ समझौते के तहत तैयार पहले सी295 विमान ने सेविले में पांच मई को दिन में 11 बजकर 45 मिनट पर उड़ान भरी थी और करीब तीन घंटे की उड़ान के बाद यह दोपहर दो बजकर 45 मिनट पर सफलतापूर्वक उतर गया।

भारत ने सितंबर, 2021 में एयरबस के साथ परिवहन विमान के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सी295 विमानों की खरीद का 21,000 करोड़ रुपये का करार किया था। इस सौदे के तहत कुल 56 विमानों की आपूर्ति एयरबस भारत को करेगी, जिनमें से 16 विमान पूरी तरह तैयार अवस्था में 2025 तक सौंपे जाएंगे। बाकी 40 विमानों का भारत में ही विनिर्माण एवं असेंबलिंग टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (टीएएसएल) करेगी।

एयरबस की तरफ से पहला सी295 विमान भारत को इस साल की दूसरी छमाही में सौंपा जाएगा। इस लिहाज से पहले विमान की पहली उड़ान की सफलता को काफी अहम माना जा रहा है।

एयरबस डिफेंस एंड स्पेस में सैन्य वायु प्रणाली के प्रमुख ज्यां ब्राइस डूमां ने कहा, ‘‘यह पहली उड़ान वैमानिकी क्षेत्र में पहले ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के लिए अहम उपलब्धि है। भारतीय वायुसेना पूरी दुनिया में सी295 विमानों की सबसे बड़ी परिचालक होने वाली है और यह कार्यक्रम भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता में सुधार की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’

इस समझौते के तहत गुजरात के वड़ोदरा में सी295 विमानों का विनिर्माण संयंत्र को स्थापित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष अक्टूबर में इसकी आधारशिला रखी थी।

एयरबस के सी295 को सैन्य उद्देश्यों के लिए परिवहन का एक उन्नत विमान माना जाता है। यह एक बार में 71 सैनिकों या 50 पैराट्रूपर को लेकर जा सकता है। इसके अलावा आपदा की स्थिति एवं समुद्री गश्ती के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।










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