कांग्रेस ने यूजीसी के 'सेल्फी पॉइंट' निर्देश को लेकर केंद्र पर साधा निशाना

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार पर यूजीसी के उस निर्देश को लेकर हमला बोला जिसमें विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से कहा गया है कि वे ‘भारत के विकास को गति देने वाली परिवर्तनकारी पहल’ पर प्रकाश डालने के लिए अपने-अपने परिसरों में 'सेल्फी पॉइंट' तैयार करें। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश


नयी दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार पर यूजीसी के उस निर्देश को लेकर हमला बोला जिसमें विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से कहा गया है कि वे ‘भारत के विकास को गति देने वाली परिवर्तनकारी पहल’ पर प्रकाश डालने के लिए अपने-अपने परिसरों में 'सेल्फी पॉइंट' तैयार करें। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी ‘गिरती छवि’ को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 10 साल के (कार्यकाल के) अंतिम दौर में देश के लोग इस ‘आत्म प्रचार के निंदनीय स्तर’ से थक गये हैं और जल्द ही उचित जवाब देंगे।

रमेश ने ‘एक्स’ पर मीडिया में आई एक खबर को साझा किया है जिसमें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को ‘सेल्फी पॉइंट’ बनाने के लिए कहा है।

रमेश ने कहा, ‘‘हमारे सेल्फी आसक्त और आत्म-मुग्ध प्रधानमंत्री लोकसभा चुनाव से पहले इतने आशंकित हो गए हैं कि वह अपनी गिरती छवि को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।’’

कांग्रेस महासचिव ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘ पहले सेना को ‘सेल्फी पॉइंट’ स्थापित करने के लिए कहा गया। फिर उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘रथ यात्रा’ निकालने के लिए कहा। अब उन्होंने यूजीसी को सभी विश्वविद्यालयों में ‘सेल्फी पॉइंट’ स्थापित करने का निर्देश दिया है।’’

रमेश ने कहा कि इसके पहले उन्होंने चंद्रयान-तीन की ‘लैंडिंग’ का दुरुपयोग किया था, इसके भी पहले उन्होंने अपने चेहरे की तस्वीर कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र पर चस्पा करवाई थी।

उन्होंने कहा कि यह केवल कुछ उदाहरण हैं जो एक व्यक्ति की जबरदस्त असुरक्षाओं और उसके चारों ओर की ‘घृणित चाटुकारिता’ को दर्शाते हैं।

रमेश ने कहा, ‘‘10 साल के अंतिम दौर में भारत के लोग आत्म-प्रचार के इस निंदनीय स्तर से थक चुके हैं।... लोग बहुत जल्द उचित जवाब देंगे।’’

अधिकारियों के मुताबिक, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए देशभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से कहा है कि वे अपने-अपने परिसर के अहम स्थलों पर तस्वीर खिंचवाने के लिए स्थान (सेल्फी पॉइंट) तैयार करें।

उन्होंने कहा कि संस्थान केवल शिक्षा मंत्रालय द्वारा साझा किए गए लेआउट में अनुमोदित डिजाइन के अनुसार ही ‘सेल्फी पॉइंट’ तैयार कर सकते हैं।

यूजीसी के सचिव मनीष जोशी ने कहा था कि, ‘‘ये ‘सेल्फी पॉइंट’ न केवल गर्व के स्रोत के रूप में काम करेंगे, बल्कि प्रत्येक नागरिक को उन परिवर्तनकारी पहलों के बारे में भी बताएंगे जिन्होंने वैश्विक मंच पर भारत के विकास को बढ़ावा दिया है। छात्रों और आगंतुकों को इन विशेष क्षणों की तस्वीर लेने और इन तस्वीरों को सोशल मीडिया मंच पर साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इसके अलावा सामूहिक गौरव की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।’’










संबंधित समाचार