कांग्रेस में सब्जियों के बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र पर लगाया ये गंभीर आरोप, जानिये क्या बोला पीएम मोदी को लेकर
कांग्रेस ने सब्जियों और कई खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का हवाला देते हुए मंगलवार को केंद्र सरकार पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘महंगाई मैन’ हैं, जिनकी सरकार में देश की जनता महंगाई से बेहाल है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने सब्जियों और कई खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का हवाला देते हुए मंगलवार को केंद्र सरकार पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘महंगाई मैन’ हैं, जिनकी सरकार में देश की जनता महंगाई से बेहाल है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार vपार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार से यह आग्रह भी किया कि वह जनता को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाए और डीजल की कीमत में कमी सुनिश्चित करे।
वह संवाददाता सम्मेलन में सब्जी की टोकरी, बिस्किट, चाय, मूंगफली और चटनी के पैकेट लेकर पहुंची थीं।
यह भी पढ़ें |
कांग्रेस ने केंद्र पर लगाया आरोप, सेना से अपना राजनीतिक प्रचार कराने का ‘ओछा प्रयास’ कर रही है सरकार
सुप्रिया ने दावा किया कि मोदी सरकार में जरूरी खाद्य वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी मौन हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आटा, तेल, दाल, सब्ज़ी, फल सबकी क़ीमतें आसमान छू रही हैं। जनता त्रस्त है, साहेब मस्त हैं! हमने सुपर मैन देखा, स्पाइडर मैन देखा...अब महंगाई मैन को देख रहे हैं। वह जहां जाते हैं, वहां महंगाई बढ़ जाती है...इस ‘महंगाई मैन’ का नाम नरेन्द्र मोदी है।’’
उन्होंने टमाटर के 150 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बिकने और कुछ अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का उल्लेख किया।
यह भी पढ़ें |
कांग्रेस ने मनरेगा श्रमिकों के बकाए को लेकर केंद्र पर बोला हमला, 'इच्छामृत्यु' दे रही सरकार
सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया, ‘‘क्या ऐसा है कि सरकार कुछ नहीं कर सकती? बिलकुल ऐसा नहीं है। कांग्रेस शासित राज्यों में सरकारों ने गैस के दाम घटाए, आर्थिक सहायता के लिए गरीबों के खातों में पैसे डाले। राजस्थान में हम 500 रुपये में गैस सिलेंडर दे रहे हैं, कर्नाटक में महिलाओं को मुफ़्त बस सेवा मिलने से उनके हाथों में अतिरिक्त बचत हो रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार तुरंत ज़रूरी चीज़ों के दाम को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाये। सब्ज़ी के बढ़ते दाम को कम करने के लिए डीजल की क़ीमत घटाये। सस्ते कच्चे तेल का फ़ायदा आम जनता तक पहुंचाये, मुनाफ़ाख़ोरी बंद करे। निर्मम कर वसूली बंद करे, आटा, दही जैसी चीज़ों से जीएसटी हटाये। महंगाई से प्रभावित सबसे गरीब तबक़े को आर्थिक सहायता पहुंचाई जाये।’’