पहलवानों के समर्थन में आईं BJP सांसद प्रीतम मुंडे,जानिये क्या कहा

डीएन ब्यूरो

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के मद्देनजर उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रीतम मुंडे ने कहा है कि किसी भी महिला द्वारा की गई शिकायत का संज्ञान लिया जाना चाहिए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

भाजपा की सांसद प्रीतम मुंडे
भाजपा की सांसद प्रीतम मुंडे


औरंगाबाद: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के मद्देनजर उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रीतम मुंडे ने कहा है कि किसी भी महिला द्वारा की गई शिकायत का संज्ञान लिया जाना चाहिए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुंडे ने महाराष्ट्र के बीड जिले में संवाददाताओं से कहा कि अधिकारी तय कर सकते हैं कि शिकायत सही है या नहीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और संगीता फोगाट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता पहलवान एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नयी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

आरोपों के बारे में पूछे जाने पर मुंडे ने कहा, “मैं सांसद के तौर पर नहीं, बल्कि एक महिला के तौर पर कहती हूं कि अगर किसी महिला की तरफ से ऐसी शिकायत आती है तो उसका संज्ञान लिया जाना चाहिए। इसकी पुष्टि की जानी चाहिए।”

उन्होंने कहा कि सत्यापन के बाद अधिकारियों को यह तय करना चाहिए कि यह उचित है या अनुचित।

बीड से लोकसभा सदस्य ने कहा, “अगर संज्ञान नहीं लिया जाता है तो लोकतंत्र में इसका स्वागत नहीं किया जाएगा।”

मुंडे ने कहा, “इस मामले का संज्ञान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिया जा रहा है। अब अगर मैं जांच समिति की मांग करती हूं तो यह ‘पब्लिसिटी स्टंट’ होगा। मुझे उम्मीद है कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।”

पहलवानों ने हाल ही में गंगा नदी में अपने पदक विसर्जित करने की धमकी दी थी, जिसके बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को उनसे धैर्य रखने और उच्चतम न्यायालय, खेल मंत्रालय और दिल्ली पुलिस पर भरोसा रखने का आग्रह किया।










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