द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए मिस्र की यात्रा पर रवाना हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे

डीएन ब्यूरो

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे सोमवार को मिस्र की यात्रा पर रवाना हुए जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए इस अरब देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्यापक वार्ता करना है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

मिस्र की यात्रा पर रवाना हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे
मिस्र की यात्रा पर रवाना हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे


नयी दिल्ली: थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे सोमवार को मिस्र की यात्रा पर रवाना हुए जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए इस अरब देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्यापक वार्ता करना है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सेना ने कहा कि जनरल पांडे मिस्र के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ, रक्षा मंत्री और मिस्र के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ के साथ बातचीत करेंगे।

भारत मिस्र के साथ रणनीतिक संबंधों का विस्तार करने का इच्छुक है, जिसकी अरब जगत के साथ ही अफ्रीका की राजनीति में प्रमुख भूमिका है। इसे अफ्रीका और यूरोप के बाजारों के लिए एक प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में भी देखा जाता है।

सेना ने कहा, ‘‘थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) 16 से 17 मई तक मिस्र की यात्रा पर रवाना हुए हैं। यात्रा के दौरान, सेना प्रमुख देश के वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व से मुलाकात करेंगे, जिसमें वह भारत-मिस्र रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।’’

इसने कहा कि सेना प्रमुख मिस्र के सशस्त्र बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे और पारस्परिक हित के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।

भारत और मिस्र के सैन्य संबंध और प्रगाढ़ हो रहे हैं और यह 74वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान स्पष्ट हुआ, जिसमें मिस्र के सशस्त्र बलों की टुकड़ी पहली बार शामिल हुई।

इस साल गणतंत्र दिवस परेड में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देह फतह अल-सिसी मुख्य अतिथि थे।

गौरतलब है कि भारत और मिस्र की सेनाओं ने इस साल जनवरी में अब तक का पहला संयुक्त अभ्यास किया था।

सेना ने कहा, ‘‘सीओएएस की यात्रा दोनों सेनाओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करेगी और रणनीतिक मुद्दों पर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ समन्वय और सहयोग के लिए एक उत्प्रेरक का कार्य करेगी।’’

मिस्र पहले ही भारत से तेजस हल्के लड़ाकू विमान, रडार, सैन्य हेलीकॉप्टर और अन्य प्लेटफॉर्म खरीदने में दिलचस्पी दिखा चुका है।

पिछले साल जुलाई में, भारतीय वायुसेना ने मिस्र में तीन सुखोई-30 एमकेआई जेट और दो जी-17 परिवहन विमान के साथ एक महीने के सामरिक नेतृत्व कार्यक्रम में भाग लिया। सितंबर में, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मिस्र की तीन दिवसीय यात्रा की।










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