देश की सुरक्षा के लिए मजबूत दीवार की तरह खड़ी रही है वायुसेना: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आजादी के बाद से अलग-अलग युद्धों में भारतीय वायुसेना के योगदान और भूमिका को सोमवार को याद किया और कहा कि वह देश की रक्षा में एक ''मजबूत दीवार'' की तरह खड़ी रही है।
चंडीगढ़: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आजादी के बाद से अलग-अलग युद्धों में भारतीय वायुसेना के योगदान और भूमिका को सोमवार को याद किया और कहा कि वह देश की रक्षा में एक ''मजबूत दीवार'' की तरह खड़ी रही है।
उन्होंने चंडीगढ़ के लिए विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत हमेशा सच्चाई, न्याय और मानवता के लिए खड़ा रहा है। उन्होंने एक अलग कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना विरासत केंद्र का उद्घाटन किया।
सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के दिवंगत संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
रक्षा मंत्री ने विभिन्न युद्धों में जीत सुनिश्चित करने में वायु योद्धाओं की वीरता को याद करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने देश की संप्रभुता की रक्षा करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राष्ट्र हमेशा उसके बलिदानों का ऋणी रहेगा।
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सिंह ने 1948 के भारत-पाक युद्ध, 1961 के गोवा मुक्ति युद्ध, 1962 के चीन-भारत युद्ध और 1965 के भारत-पाक युद्ध में दिखाई गई शक्ति और पेशेवर क्षमता के लिए भारतीय वायुसेना की सराहना की।
उन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बारे में कहा कि सेना के तीनों अंगों द्वारा प्रदर्शित संयुक्त कौशल, एकीकरण और प्रतिबद्धता अभूतपूर्व और असाधारण थी।
सिंह ने कहा कि 1971 का युद्ध जमीन या सत्ता के लिए नहीं लड़ा गया था, बल्कि इस युद्ध के पीछे मुख्य उद्देश्य मानवता और लोकतंत्र की गरिमा की रक्षा करना था।
उन्होंने कहा, 'इससे साबित हुआ कि भारत 'कहीं भी अन्याय हर जगह न्याय के लिए खतरा है' में विश्वास करता है और यह हमारा कर्तव्य है कि हम किसी भी तरह के अन्याय के खिलाफ खड़े हों।'
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सिंह ने कहा कि पूरी धरती को अपना परिवार मानने वाले भारत को हमेशा इस बात का गर्व रहेगा कि जरूरत पड़ने पर वह हमेशा सच्चाई, न्याय और मानवता के पक्ष में खड़ा रहा है।
उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध का भी उल्लेख किया।
सिंह ने एक सरकारी कॉलेज में एक छात्रावास ब्लॉक और पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कों के छात्रावास के विस्तार की आधारशिला भी रखी।