New Delhi: दिल्ली में सड़क हादसों को कम करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक बड़ी और तकनीकी पहल की है। अब जल्द ही Google Maps पर राजधानी के ‘ब्लैक स्पॉट’ यानी अत्यधिक दुर्घटना-प्रवण स्थान दिखने लगेंगे, जिससे वाहन चालक समय रहते सतर्क हो सकेंगे और दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा।
क्या है ये नया फीचर?
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और Google के बीच इस साझेदारी का मकसद है कि ड्राइवरों को हादसे की आशंका वाले क्षेत्रों की रीयल टाइम जानकारी मिले, ताकि वे स्पीड कंट्रोल कर सकें और सतर्कता बरतें। इस फीचर के शुरू होने के बाद जब भी कोई वाहन चालक किसी ‘ब्लैक स्पॉट’ के पास पहुंचेगा, तो Google Maps उसे विजुअल और ऑडियो अलर्ट के जरिए सावधान करेगा।
ब्लैक स्पॉट क्या होते हैं?
‘ब्लैक स्पॉट’ ऐसे सड़क हिस्से होते हैं जहां 500 मीटर के दायरे में कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी होती हैं। 2024 में दिल्ली में ऐसे 111 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए, जहां कुल 1,132 सड़क हादसे हुए—जिनमें 483 लोगों की मौत और 649 घायल हुए।
कुछ प्रमुख ब्लैक स्पॉट:
- आजादपुर सब्जी मंडी, जीटी करनाल रोड: 20 हादसे, 11 मौतें
- अक्षरधाम मंदिर, NH-24: 19 हादसे, 8 मौतें
- भलस्वा चौक, आउटर रिंग रोड: 19 हादसे, 6 मौतें
- ISBT कश्मीरी गेट: 17 हादसे, 8 मौतें
- एसजीटी नगर: 18 हादसे, 7 मौतें
- लिबासपुर बस स्टैंड: 18 हादसे, 6 मौतें
2025 में अब तक 25 नए ब्लैक स्पॉट
इस साल जुलाई तक दिल्ली में 25 नए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जहां 176 हादसों में 88 लोगों की जान गई। आउटर रिंग रोड, रिंग रोड और जीटी करनाल रोड जैसे प्रमुख कॉरिडोर अभी भी सबसे ज्यादा संवेदनशील माने जा रहे हैं।
रोड सेफ्टी को लेकर समन्वित प्रयास
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने न सिर्फ Google के साथ मिलकर डिजिटल अलर्ट सिस्टम तैयार किया है, बल्कि सड़क संकेतक, लाइटिंग और सड़क डिज़ाइन में सुधार के लिए रोड ओनिंग एजेंसियों के साथ भी सहयोग शुरू किया है।
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