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40 मिनट में सिंघू बॉर्डर से IGI एयरपोर्ट: दिल्ली को मिला हाई-स्पीड कॉरिडोर, ट्रैफिक व्यवस्था को मिलेगी नई दिशा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लगभग 11,000 करोड़ रुपये की लागत से बनी दो महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं – द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) का उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं दिल्ली में ट्रैफिक जाम को कम करने, एयरपोर्ट तक की यात्रा को आसान बनाने और पर्यावरणीय प्रदूषण में कमी लाने में अहम भूमिका निभाएंगी।
Post Published By: Asmita Patel
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40 मिनट में सिंघू बॉर्डर से IGI एयरपोर्ट: दिल्ली को मिला हाई-स्पीड कॉरिडोर, ट्रैफिक व्यवस्था को मिलेगी नई दिशा

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए दो बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) शामिल हैं। दोनों योजनाएं मिलकर दिल्ली में यातायात के दबाव को कम करेंगी और सफर को आसान बनाएंगी।

UER-2

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) को राजधानी के लिए “गेम-चेंजर” बताया। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से यातायात में सुधार होगा, और यह खास तौर पर सिंघू बॉर्डर से आईजीआई एयरपोर्ट तक की दूरी को दो घंटे से घटाकर सिर्फ 40 मिनट में तय करने लायक बना देगा। मुख्यमंत्री ने कहा, “ये प्रोजेक्ट विकसित दिल्ली की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।”

दिल्ली से एनसीआर और चंडीगढ़ की यात्रा होगी आसान

UER-2 न केवल दिल्ली के भीतर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारता है, बल्कि यह एनएच-44, एनएच-9, और एनएच-48 जैसे प्रमुख राजमार्गों को आपस में जोड़ता है। इससे दिल्ली-एनसीआर के बीच कनेक्टिविटी और तेज होगी। साथ ही, यह कॉरिडोर चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर की यात्रा को भी आसान और तेज बनाएगा। यह दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-मुंबई राजमार्गों से भी जुड़ता है, जिससे लंबी दूरी की यात्राओं में समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।

प्रदूषण में कमी और ईंधन की बचत

UER-2 और द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे हाई-स्पीड कॉरिडोर न केवल यात्रा को तेज बनाते हैं, बल्कि शहर के भीतरी हिस्सों पर ट्रैफिक का दबाव भी कम करते हैं। इससे दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे मुकरबा चौक, पीरागढ़ी, मधुबन चौक, और धौला कुआं पर जाम की समस्या काफी हद तक सुलझेगी। मुख्यमंत्री के अनुसार, “कम ट्रैफिक, कम ईंधन की खपत और कम वायु प्रदूषण- ये दिल्ली को हरित और स्वच्छ बनाने की दिशा में बड़ी छलांग है।”

औद्योगिक क्षेत्रों को भी मिलेगा फायदा

UER-2 की एक और बड़ी खासियत यह है कि यह सोनीपत और बहादुरगढ़ जैसे औद्योगिक क्षेत्रों को दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी देगा। इसके चलते माल की आवाजाही तेज होगी, उद्योगों को समय की बचत होगी और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी। दिल्ली-एनसीआर की अर्थव्यवस्था को इससे बड़ा बल मिलेगा।

द्वारका एक्सप्रेसवे

द्वारका एक्सप्रेसवे, जो अब दिल्ली और गुरुग्राम को सीधे जोड़ता है, अत्याधुनिक तकनीक से बना है और इसे भारत का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे कहा जा रहा है। यह सड़क जाम से निजात दिलाने के साथ-साथ आसपास के इलाकों के रियल एस्टेट और व्यापार को भी बढ़ावा देगी।

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