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एनसीआर में वायु प्रदूषण का प्रकोप: धूल की मोटी परत ने ढका आसमान, लाखों लोगों के लिए बढ़ा खतरा

वायु प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है। आसमान में ऐसा लग रहा है कि धूल की मोटी परत चढ़ी हुई है। जिसकी वजह से एनसीआर के लाखों लोग परेशान हैं।
Post Published By: Mayank Tawer
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एनसीआर में वायु प्रदूषण का प्रकोप: धूल की मोटी परत ने ढका आसमान, लाखों लोगों के लिए बढ़ा खतरा

Delhi News: गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। क्षेत्र के आसमान में धूल की मोटी परत छाई रही। जिससे दृश्यता प्रभावित हुई और लोगों को आंखों में जलन के साथ सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि क्षेत्र में हवा की गति महज 7 किलोमीटर प्रति घंटा रही। जो प्रदूषकों के बिखराव के लिए बेहद अपर्याप्त है। धीमी गति से चल रही हवा के कारण धूल और अन्य प्रदूषक तत्व वातावरण में ही अटके रह गए हैं।

स्थिति और भी ज्यादा होगी खराब

मंगलवार शाम से ही एनसीआर के मौसम में बदलाव देखने को मिला है। तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और गुरुवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। इस बढ़ते तापमान ने प्रदूषण की स्थिति को और गंभीर बना दिया है।

हवा की गति कम होने से बढ़ेगी परेशानी

विशेषज्ञों का कहना है कि धूलभरी आंधियों और स्थानीय निर्माण कार्यों से उड़ती धूल साथ ही वाहनों से निकलने वाला धुआं और औद्योगिक प्रदूषण इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। हवा की गति सामान्य से कम होने के कारण ये प्रदूषक वातावरण में बने हुए हैं। वातावरण में महीन कण (PM 2.5 और PM 10) की मात्रा खतरनाक स्तर तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।

बच्चों और बुजुर्गों की हालत खराब

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी इसी तरह की स्थिति बने रहने की चेतावनी दी है। यदि बारिश या तेज हवा नहीं चली तो वायु गुणवत्ता और भी खराब हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से ग्रसित लोगों को घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने और एहतियात बरतने की सलाह दी है।

प्रशासन ने नहीं किया अलर्ट जारी

प्रशासन की ओर से अब तक कोई विशेष अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन प्रदूषण के इस स्तर को देखते हुए जल्द ही कुछ आपात कदम उठाए जा सकते हैं। जैसे निर्माण कार्यों पर अस्थायी रोक, पानी का छिड़काव और सड़कों की सफाई को तेज करना। एनसीआर के निवासी इस स्थिति से खासे परेशान हैं। उम्मीद कर रहे हैं कि मौसम जल्द ही बदले और प्रदूषण से राहत मिले।

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