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Raksha Bandhan 2025: राखी के धागा का रंग क्यों होता है लाल और पीला, यहां जानें सांस्कृतिक और धार्मिक अहमियत

राखी का धागा लाल और पीला रंग का होता है, जिनका गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। लाल रंग शक्ति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है, जबकि पीला रंग मानसिक शांति और ज्ञान का प्रतीक है। ये दोनों रंग भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करते हैं और भाई की लंबी उम्र तथा खुशहाली की कामना करते हैं। इन रंगों का चयन भारत की प्राचीन परंपराओं और धार्मिक विश्वासों से जुड़ा हुआ है।
Post Published By: Tanya Chand
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Raksha Bandhan 2025: राखी के धागा का रंग क्यों होता है लाल और पीला, यहां जानें सांस्कृतिक और धार्मिक अहमियत

New Delhi: राखी का त्यौहार हिन्दू संस्कृति में भाई-बहन के रिश्ते को सशक्त बनाने का पर्व है। इस दिन, बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती है। राखी का धागा विशेष रूप से रंगीन होता है, जिसमें लाल और पीला रंग प्रमुख होते हैं। इन रंगों का चुनाव सिर्फ सजावट के लिए नहीं बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण किया जाता है। आइये, जानते हैं इन रंगों के पीछे की वजह।

लाल रंग का महत्व
लाल रंग भारतीय संस्कृति में शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसे उन्नति, समृद्धि और शक्ति का रंग माना जाता है। जब बहन अपने भाई की कलाई पर लाल राखी बांधती है, तो यह भाई के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करती है। यह रंग सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और भाई को बुरी नज़र से बचाता है। लाल रंग को देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश से जोड़ा जाता है, जो घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाने के प्रतीक हैं।

(Img- Internet)

पीला रंग का महत्व
पीला रंग मानसिक शांति और ज्ञान का प्रतीक है। यह रंग भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ है और उसे शुभ माना जाता है। पीला रंग व्यक्ति को आलस्य से बचाकर उसे सक्रिय और सकारात्मक बनाए रखने में मदद करता है। जब राखी में पीले रंग का धागा इस्तेमाल होता है, तो वह भाई के जीवन में मानसिक शांति और साकारात्मक सोच लाने के लिए होता है। साथ ही, यह रंग ताजगी और उमंग का प्रतीक होता है।

सांस्कृतिक महत्व
राखी में लाल और पीला रंग प्राचीन भारतीय परंपराओं का पालन करते हैं, जिसमें रंगों का चुनाव एक गहरी धार्मिक और सांस्कृतिक अर्थ से जुड़ा होता है। दोनों रंग मिलकर जीवन में सामंजस्य और सौहार्द्र का प्रतीक होते हैं। यह भी माना जाता है कि इन रंगों के माध्यम से भाई-बहन का रिश्ता और मजबूत होता है और बुरी शक्तियों से बचाव होता है।

धार्मिक दृष्टिकोण
धार्मिक दृष्टि से देखें तो राखी बांधने का मुख्य उद्देश्य भाई की रक्षा करना और उसकी लंबी उम्र की कामना करना है। लाल और पीला रंग उन सकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करते हैं जो भाई के जीवन को खुशहाल बनाने में मदद करती हैं। इस दिन, राखी के इन रंगों से भाई के जीवन में सुख, समृद्धि और समस्त बुराईयों का नाश होता है।

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