New Delhi: आज के डिजिटल और फास्ट फूड युग में बच्चों की सेहत पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ घंटों मोबाइल या टीवी स्क्रीन के सामने बैठना और दूसरी तरफ हर दिन पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज जैसे जंक फूड का सेवन ये दोनों आदतें मिलकर बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंचा रही हैं। विशेषज्ञों की मानें तो जंक फूड में आवश्यक विटामिन और मिनरल्स की भारी कमी होती है, जो आंखों की सेहत के लिए बेहद जरूरी हैं।
जंक फूड से कैसे होती है आंखों को नुकसान?
जंक फूड में अत्यधिक मात्रा में ट्रांस फैट, रिफाइंड कार्ब्स, शुगर और नमक होता है, जबकि इसमें विटामिन ए, सी, ई, ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन जैसे पोषक तत्व नहीं के बराबर होते हैं। ये सभी तत्व रेटिना की सुरक्षा और आंखों की रोशनी के लिए अनिवार्य हैं। लगातार जंक फूड खाने से आंखों की कोशिकाओं को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता, जिससे धुंधला दिखना, आंखों में जलन या थकान जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
बच्चों में बढ़ती समस्या
नेत्र रोग विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में कम उम्र के बच्चों में चश्मा लगने की दर तेजी से बढ़ी है। इसमें बड़ा कारण अनहेल्दी डाइट और बढ़ा हुआ स्क्रीन टाइम है। कई बार माता-पिता बच्चे की आंखों की समस्या को देर से पहचानते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।
बचाव के उपाय
पौष्टिक आहार दें
बच्चों के आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, अंडा, दूध, बादाम, अखरोट और फलों को शामिल करें। खासतौर पर गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
स्क्रीन टाइम सीमित करें
मोबाइल, टैबलेट या टीवी देखने का समय दिन में 1–2 घंटे से अधिक न हो। हर 20 मिनट स्क्रीन देखने के बाद 20 सेकंड किसी दूर चीज को देखने की आदत डालें।
नियमित आंखों की जांच कराएं
6 महीने या साल में एक बार बच्चों की आंखों की जांच जरूर करवाएं, ताकि कोई समस्या हो तो समय रहते पता चल सके।
धूप से बचाव
बहुत तेज धूप में बाहर निकलते समय बच्चों को सनग्लासेस पहनाएं या टोपी का उपयोग करें।
जंक फूड पर नियंत्रण रखें
सप्ताह में सिर्फ एक दिन ही जंक फूड खाने की अनुमति दें और उसे भी घर पर हेल्दी तरीके से बनाएं।