New Delhi: धनतेरस का पर्व भारतीय संस्कृति में समृद्धि, सुख-शांति और स्वास्थ्य की कामना का प्रतीक माना जाता है। इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर 2025, शनिवार को पड़ रहा है।
हिंदू धर्म के अनुसार, इस दिन देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन खासतौर पर कुछ वस्तुएं खरीदने का महत्व है, जबकि कुछ वस्तुएं खरीदने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं धनतेरस पर क्या खरीदना और क्या नहीं खरीदना चाहिए।
धनतेरस पर क्या खरीदें?
1. सोना और चांदी: धनतेरस पर सोने और चांदी की खरीदारी विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। यह स्थिर धन और समृद्धि के प्रतीक होते हैं।
2. बर्तन और वाहन: इस दिन बर्तन और नए वाहन खरीदने से घर में समृद्धि और सुख-शांति का वास होता है।
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3. इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: घर के नए इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने से घर में सुख-शांति का वातावरण बनता है।
4. पंचधातु या तांबे के पात्र: ये धार्मिक और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं।
5. लक्ष्मी-गणेश मूर्ति, दीपक, शंख और श्री यंत्र: इनका पूजन करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और धन की वर्षा होती है।
6. धन्वंतरि पूजन के लिए तांबे का कलश और तुलसी पत्ते: यह विशेष रूप से स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रयोग होते हैं।
धनतेरस पर क्या न खरीदें?
1. लोहे, स्टील या एल्युमिनियम के बर्तन: इन बर्तनों को खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि ये शुद्धता और समृद्धि के प्रतीक नहीं होते।
2. काले कपड़े या जूते: काले रंग की वस्तुएं इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए क्योंकि ये अशुभ मानी जाती हैं।
3. टूटी हुई मूर्तियाँ या पुरानी वस्तुएं: टूटे-फूटे सामान और पुरानी वस्तुएं घर में लक्ष्मी का वास नहीं होने देतीं।
4. उधार में वस्तु खरीदना: धनतेरस के दिन उधारी में वस्तु खरीदना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह आर्थिक नष्टता का संकेत हो सकता है।
धनतेरस 2025 का शुभ मुहूर्त
प्रदोष काल पूजन: सायं 5:45 से 7:45 बजे तक
यम दीपदान मुहूर्त: रात्रि 8:00 से 8:30 बजे तक
धनतेरस का महाउपाय
धनतेरस के दिन कुछ सरल और प्रभावी उपाय किए जा सकते हैं, जो न केवल धन की वृद्धि करते हैं, बल्कि स्वास्थ्य और सौभाग्य भी लाते हैं।
1. तुलसी के पास दीपक जलाएं: यह उपाय करने से आरोग्य और धन दोनों की प्राप्ति होती है।
2. गोमती चक्र रखें: धनतेरस के दिन अपने धन स्थान या तिजोरी में गोमती चक्र रखें, इससे स्थिर धन का योग बनता है।
3. श्री यंत्र का पूजन: इस यंत्र का विधि-विधान से पूजन करें, इससे धन प्रवाह और लक्ष्मी की स्थायित्व शक्ति बढ़ती है।
4. यम दीपदान करें: यम दीपदान करने से मृत्यु भय और रोग-दोष से मुक्ति मिलती है।
5. श्री सूक्त और कुबेर स्तोत्र का पाठ: यह उपाय करने से पूरे साल भर लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
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धनतेरस का धार्मिक महत्व
धनतेरस का दिन विशेष रूप से सकारात्मक भावना और शुभ संकल्प के साथ खरीदारी करने का है। हिंदू धर्म में कहा गया है, “धनत्रयोदशीं नित्यं लक्ष्म्याय नमः स्मरेत्। धनवन्तं भवेन्नित्यं आरोग्यं च लभेत्सदा”। अर्थात, जो व्यक्ति धनतेरस के दिन लक्ष्मी, कुबेर और धन्वंतरि की पूजा करता है, वह सदैव धनवान, स्वस्थ और सौभाग्यशाली रहता है।
इस दिन गुरु कर्क राशि में उच्च के रहेंगे, जिससे ‘हंसपंचपुरुष महायोग’ और ‘लाभयोग’ बनेगा। इस खास अवसर पर भगवान लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा से शुभता और समृद्धि की प्राप्ति होगी।