जानिये क्या है लाफ्टर थेरेपी, जो दिल और दिमाग को बनाती है फिट
By- Nidhi Kushwaha
Img: Google
जिंदगी से गायब होती मुस्कान
शहरों की तेज रफ्तार और कामकाज के दबाव ने लोगों के चेहरों से मुस्कान छीन ली है। ऐसे में लाफ्टर थेरेपी इसका हल हो सकती है।
क्या होती है लाफ्टर थेरेपी?
यह एक थेरेपी है जिसमें लोग जोर-जोर से हँसते हैं ताकि मानसिक तनाव कम हो सके। इसे अक्सर ग्रुप में किया जाता है।
दिमाग पर असर
हँसने से दिमाग में एंडॉर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे स्ट्रेस हार्मोन (कॉर्टिसोल) कम होता है और मूड बेहतर होता है।
बुजुर्गों के लिए फायदेमंद
लाफ्टर थेरेपी से बुजुर्गों की मेमोरी और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में भी सुधार होता है।
दिल के लिए वरदान
हँसी से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और दिल की बीमारियों का खतरा घटता है।
बढ़ती है इम्यूनिटी
हँसने से शरीर में पॉजिटिव हार्मोन बढ़ते हैं, जो इम्यून सिस्टम को एक्टिव कर बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं।
मजबूत होते हैं सामाजिक संबंध
लाफ्टर थेरेपी ग्रुप में की जाती है, जिससे नए लोगों से मिलने और जुड़ने का मौका मिलता है।
अकेलेपन में राहत
जो लोग अकेलापन या डिप्रेशन महसूस करते हैं, उनके लिए यह थेरेपी बेहद कारगर हो सकती है।
किन्हें लेनी चाहिए सलाह?
दिल के गंभीर मरीजों को लाफ्टर थेरेपी शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए।
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