कुत्ते के काटने पर इन बीमारियों का रहता है खतरा

By- Nidhi Kushwaha

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कुत्ते के काटने को नजअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

कुत्ता काटे तो हल्के में न लें

कुत्ते के काटने से रेबीज़ हो सकता है, जो दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर जानलेवा हो सकता है।

रेबीज़ का सबसे बड़ा खतरा

रेबीज़ से बचाव के लिए कुत्ता काटने के 24 घंटे के भीतर पहला एंटी-रेबीज़ इंजेक्शन लेना जरूरी है।

24 घंटे के अंदर लें पहला इंजेक्शन

कुत्ते के पंजों या दांतों पर मौजूद बैक्टीरिया से टिटनस हो सकता है, जिससे मांसपेशियों में जकड़न और सांस की दिक्कत होती है।

टिटनस का खतरा भी मौजूद

कुत्ते के मुंह में मौजूद बैक्टीरिया से घाव में सूजन, पस और इंफेक्शन हो सकता है, जो सेप्सिस तक पहुंच सकता है।

बैक्टीरियल इंफेक्शन की आशंका

कुछ लोगों को काटने के बाद खुजली, जलन और रैश हो सकते हैं, यह एलर्जिक रिएक्शन का संकेत हो सकता है।

एलर्जी और स्किन रिएक्शन

रेबीज़ से बचाव के लिए आमतौर पर 4 से 5 इंजेक्शन की जरूरत होती है, जो अलग-अलग दिनों पर लगाए जाते हैं।

कितने इंजेक्शन लगते हैं?

घाव को सबसे पहले साबुन और साफ पानी से अच्छी तरह धोएं, इससे संक्रमण का खतरा कम होता है।

घाव को तुरंत धोएं

नीम-हल्दी या किसी देसी उपाय पर भरोसा न करें, सीधे डॉक्टर के पास जाएं और इलाज करवाएं।

घरेलू नुस्खे से बचें

समय पर इंजेक्शन और इलाज ही कुत्ते के काटने से होने वाली जानलेवा बीमारियों से बचा सकता है।

सावधानी से ही बचाव संभव

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