ड्राई स्किन या खुजली? ये हो सकते हैं किडनी खराब होने के संकेत, ऐसे रखें ध्यान

By Saumya Singh

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किडनी धीरे-धीरे कमजोर होने पर त्वचा पर अलग-अलग संकेत दिखाने लगती है। सूखी त्वचा, बार-बार खुजली, दाने और रैशेज जैसी समस्याएं किडनी रोग के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। समय रहते पहचान कर डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।

किडनी कमजोर होने पर त्वचा रूखी और खुरदरी हो जाती है। पसीने और ऑयल ग्लैंड सही ढंग से काम नहीं करते, जिससे त्वचा में दरारें पड़ सकती हैं। लंबे समय तक गर्म पानी से नहाने से बचें और हल्के मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें।

क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) में यूरिया जैसे अपशिष्ट बढ़ने से त्वचा के नर्व्स प्रभावित होते हैं। इससे लगातार खुजली होती है। खुजली से निशान, घाव या मोटे पैच बन सकते हैं। डॉक्टर टॉपिकल क्रीम, UVB थेरेपी या ओटमील बाथ की सलाह देते हैं।

किडनी खराब होने पर त्वचा पर छोटे दाने, रैशेज या खुरदरे पैच बन सकते हैं। पैरों पर बैंगनी धब्बे या अल्सर भी दिखाई दे सकते हैं। त्वचा को हल्के हाथों से पोंछें और फ्रेगरेंस-फ्री साबुन का उपयोग करें।

किडनी में समस्या होने पर त्वचा का रंग बदल सकता है और हल्का पीलापन आ सकता है। यह संकेत अक्सर खुजली और दानों से पहले दिखाई देता है। रंग में बदलाव दिखते ही चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है।

CKD मरीजों में त्वचा पर बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। घाव या रैश पर संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई और डॉक्टर की सलाह आवश्यक है। समय पर इलाज ना मिलने पर समस्या गंभीर हो सकती है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल शैक्षणिक और जागरूकता के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।