यूपी चुनाव विशेष: बदले समीकरणों ने कानपुर क्षेत्र के उम्मीदवारों की नींद उड़ाई

विशाल शुक्ला

कानपुर की 10 विधानसभा सीटों पर मतदान

विधानसभा चुनाव (फाइल फोटो)
विधानसभा चुनाव (फाइल फोटो)


कानपुर। यूपी विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। यूपी विधानसभा चुनाव का पहला चरण 11 फरवरी से शुरु हो रहा है। वहीं कानपुर शहर की बात करें तो यहां तीसरे चरण में 19 फरवरी को 10 विधानसभा सीटों पर मतदाता वोट डालेंगे।

नामांकन खत्म होने के बाद सभी पार्टियों के प्रत्याशी दिन-रात जनसंपर्क करके अपने मतदाताओं से रूबरु हो रहे हैं। शहर में नामांकन के बाद सपा और कांग्रेस का गठबंधन हो जाने के बाद भी सीटों की तस्वीरें साफ नहीं हुई थी। वहीं कानपुर में गठबंधन की जनसभा के बाद सीटों की स्थिति काफी हद तक साफ हो गयी थी। केवल एक सीट नगर के महाराजपुर विधानसभा की गठबंधन की स्थिति अभी भी जस की तस है दोनों प्रत्याशी मैदान में हैं।

कानपुर नगर की बात करें तो गंगा किनारे बसा हुआ एक औद्योगिक महानगर है। ये शहर लेदर के लिए काफी मशहूर है, कानपुर सेंट्रल ,ग्रीनपार्क इंटरनेशनल स्टेडियम और आईआईटी भी नगर की शोभा बढ़ा रहे हैं। कानपुर में 10 विधानसभा सीटों पर सभी पार्टियों के प्रत्याशी कमर कस चुके हैं।

सीटों का लेखाजोखा

जिले की बात करें तो 10 विधानसभाओं में वर्तमान में 5 सीटों पर सपा, 4 पर बीजेपी और 1 सीट पर कांग्रेस है। इस बार चुनावी घमासान में स्थितियां काफी बदली हुई हैं सपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद हाईकमान के आदेश पर अपनी अपनी सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशी उतार रहे हैं। आप को बता दें कि कानपुर जिले के कुल मतदाता लगभग 33 लाख 52 हजार हैं ये मतदाता तय करेंगे सीटों का भाग्य, वहीं इनमें से महिला मतदाताओं की संख्या लगभग 15 लाख 10 हजार और पुरुष मतदाताओं की संख्या लगभग 18 लाख 42 हजार के आसपास हैं वहीं अन्य 207 हैं।

 

महाराजपुर विधानसभा

कानपुर जिले में सबसे अधिक मतदाताओं वाली इस महाराजपुर विधानसभा की बात करें तो 2012 में परिसीमन के बाद पहली बार विधानसभा अस्तित्व में आई थी। परिसीमन के बाद इस विधानसभा का यह दूसरा चुनाव होगा। पिछले चुनाव में 5 साल से कैंट सीट पर विधायक रहे बीजेपी के सतीश महाना परिसीमन के बाद महाराजपुर से लड़े और वहां से भी बीजेपी ने जीत का डंका बजाया। वहीं इस बार के चुनाव में गठबंधन के बाद अभी तस्वीर साफ नहीं हुई। सपा की अरुणा तोमर और कांग्रेस के राजाराम पाल दोनों प्रत्याशी भी मैदान में हैं। बात करें बसपा की तो पिछली बार बीएसपी रनर पर थी इस बार बीएसपी ने नए उम्मीदवार को उतारा है।

 

बिल्हौर विधानसभा

बिल्हौर विधानसभा में 2012 में सपा ने जीत का झंडा फहराया था। इस विधानसभा सीट में बीएसपी दूसरे, बीजेपी तीसरे वहीं कांग्रेस चौथे स्थान पर थी इस विधानसभा में एक बार भी बीजेपी को जीत हासिल नहीं हुई। यहां 3 बार समाजवादी पार्टी और 4 बार कांग्रेस जीती है वहीं यहां जनता दल और बीएसपी भी चुनाव जीत चुकी है। गठबंधन के बाद लड़ाई तेज हो गई है।

 

कैंट विधानसभा

कानपुर कैंट सीट की बात करें तो वर्तमान में यहां बीजेपी की लहर है पिछले 16 सालों से यहां बीजेपी का डंका बजा है 2012 में परिसीमन बदला गया जिसके बाद यहां बीजेपी ने दोबारा परचम लहराया इस बार गठबंधन के बाद सभी प्रत्याशियों में कड़ी टक्कर होगी। बीएसपी ने भी इस सीट के लिए नया प्रत्याशी खड़ा किया है।

 

किदवईनगर विधानसभा

 

किदवईनगर सीट की बात करें तो अस्तित्व में आने के बाद यहां पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को जीत मिली। वहीं पिछले चुनाव में बीजेपी दूसरे, सपा तीसरे और बसपा चौथे स्थान पर थी इस बार भी गठबंधन के बाद भी नामांकन के बाद भी इस सीट पर लड़ाई जारी रही हाईकमान के आदेश के बाद ये सीट कांग्रेस को दी गई। वहीं इस सीट पर बीजेपी और बसपा के नए प्रत्याशी चुनौती देंगे।

 

गोविंदनगर विधानसभा

गोविंदनगर सीट की बात करें तो वर्तमान में ये सीट बीजेपी के पाले में है पिछले बार के चुनाव में कांग्रेस दूसरे, बीएसपी तीसरे और एसपी चौथे स्थान पर रहीं। जिसके बाद इस बार चुनाव में इस सीट पर गठबंधन ने कांग्रेस के प्रत्याशी को जगह दी और बीएसपी ने भी नए प्रत्याशी को उतारा है।

 

आर्यनगर विधानसभा

आर्यनगर सीट की बात करें तो पिछले चुनाव में इस सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी। वहीं पिछली बार के चुनाव में इस सीट पर सपा दूसरे, कांग्रेस तीसरे और बीएसपी चौथे पर थी। बीजेपी के पिछली बार के विजयी प्रत्याशी फिर से इस सीट पर खड़े हैं। सपा कांग्रेस के गठबंधन के बाद हाईकमान के आदेश पर गठबंधन की इस सीट पर सपा को जगह दी गई। बसपा ने भी नया चहरा मैदान में उतारा है।
 

सीसामऊ विधानसभा

सीसामऊ सीट की बात करें तो यहां पर पिछले चुनाव में सपा ने झंडा गाढ़ा था। पिछले चुनाव में बीजेपी दूसरे, कांग्रेस तीसरे और बीएसपी चौथे स्थान पर थी। इस बार के चुनाव में सपा के पिछले चुनाव के विजयी प्रत्याशी फिर से मैदान में होंगे वहीं बीजेपी और बीएसपी के नए प्रत्याशी इस बार चुनाव लड़ेंगे।

 

कल्याणपुर विधानसभा

कल्याणपुर विधानसभा से पिछली बार सीट सपा के खेमें में गई थी वहीं इस बार भी सभी प्रत्याशी जीतने के लिए जद्दोजहद में लगे हैं।

 

बिठूर विधानसभा

बिठूर सीट के बारे में बात करें तो वर्तमान में यहां सपा की सीट है पिछली बार इस सीट पर बसपा दूसरे, कांग्रेस तीसरे और बीजेपी चौथे स्थान पर थी। इस बार सभी प्रत्याशी दिन रात एक कि

किए हैं।

 

घाटमपुर विधानसभा

घाटमपुर सीट की बात करें तो पिछले चुनाव में यहां सपा ने बाजी मारी थी वहीं बसपा दूसरे, कांग्रेस तीसरे और बीजेपी चौथे स्थान पर थी इस बार भी चुनाव में सभी दल के प्रत्याशी मोर्चा संभाले हैं।










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