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महराजगंज में चढ़ा तापमान, गेहूं पर फर्रा रोग लगने की संभावना बढ़ी, किसानों के माथे पर खींच गई चिंता की लकीरें

फरवरी में ही जहां अचानक बढ़े तापमान से लोगों को ठंड से काफी राहत मिली है। वहीं गेहूं की फसल पर संकट के बादल मडराना शुरू कर दिया है। इस माह में एकाएक तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल पर फर्रा रोग लगने की संभावना, किसानों की चिंता बढ़ा दी है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए बढ़े तापमान से यह पड़ेगा असर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज में चढ़ा तापमान, गेहूं पर फर्रा रोग लगने की संभावना बढ़ी, किसानों के माथे पर खींच गई चिंता की लकीरें

महराजगंजः बड़ी मेहनत के साथ किसानों ने अबकी रबी की खेती है। गेहूं की दूसरी सिंचाई भी शुरू हो गई है, लेकिन फरवरी माह में अचानक बढ़े तापतान ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। अगेती बोई जाने वाली गेहूं की फसल रेड़ा अवस्था में पहुंचने वाली है। हर दिन बढ़ रहे तपमान एक बार फिर 2006 का इतिहास दोहराने को बेताब नजर आ रहा है। इसे लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो तापमान के उतार-चढ़ाव के दौर में गेहूं की फसल पर फर्रा रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। जबकि बेहतर गेहूं की फसल के लिए न्यूनतम 9 से 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 22 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए। इस तापमान में जहां फसलों में बड़ी-बड़ी बालियां निकलती हैं, वहीं उनके दाने भी काफी मजबूत होते हैं । 

2006 में लगा था फर्रा रोग घटा था, उत्पादन 
कृषि विभाग के आंकड़े तस्दीक करते हैं क वर्ष 2006 के फरवरी माह में ऐसे ही तापमान बढ़ा था। जिससे गेहूं में फर्रा रोग लगने से उत्पादन घटकर 14 कुंतल प्रति हेक्टेअर पहुंच गया था। खेतों में खडे़ पौधों में बालियां सूख गई थी। बालियों में दाने नहीं पडे़। इधर 2007 से लेकर 2022 तक गेहूं का पैदावार लगातार बढ़ा, लेकिन एक बार किसानों के जेहन में वहीं चिंता सतानी शुरू कर दी है। किसान राकेश पटेल, जनार्दन पटेल, पूर्नवासी यादव व गोपाला के संजय पटेल का कहना है कि उन्हें उन्हें डर है कि यदि वैसा हुआ, तो खेत में लगाई गई सारी पूंजी डूब जाएगी। 

ऐसे होता है फर्रा रोग की पहचान 
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार फरवरी माह में अधिक तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल में फर्रा रोग लगता है। इससे जहां खेतों में बालियां तो दिखेंगी, लेकिन उसमें दाने नहीं पड़ते। बाद में बालियां काली हो जाती है। इसके बचाव के लिए गेहूं के खेत में नमी बरकरार रहनी चाहिए। इसके लिए खेत की सिंचाई हर 15 दिन बाद करनी चाहिए। 

तापमान बढ़ा सकती है मुश्किलें 
 शुक्रवार को न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। जहां शनिवार को न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस पारा रहने का अनुमान है। वहीं रविवार को न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सिसय, अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस तापमान रहेगा। जबकि सोमवार को न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस, बुधवार को न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 24 डिग्र्री सेल्सियस तापमान का अनुमान है। 

31 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचेगा पारा  
जहां अगले गुरूवार को न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 31 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने की संभावना है। वहीं शुक्रवार को न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस पारा रहने का अनुमान है। जबकि अगले शनिवार को न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचने की संभावना है।

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