राजस्थान में 'जल जीवन मिशन' में 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला, ईडी ने राजस्थान में छापेमारी की
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस शासित राजस्थान में केंद्र सरकार के ‘जल जीवन मिशन’ के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं में धन शोधन की जांच को लेकर शुक्रवार को राज्य में कई शहरों में तलाशी ली। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
जयपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस शासित राजस्थान में केंद्र सरकार के ‘जल जीवन मिशन’ के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं में धन शोधन की जांच को लेकर शुक्रवार को राज्य में कई शहरों में तलाशी ली।
उन्होंने बताया कि जयपुर, अलवर और कुछ अन्य शहरों में इंजीनियरों, ठेकेदारों और राज्य सरकार के कुछ पूर्व अधिकारियों के परिसरों की तलाशी ली जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सूत्रों ने बताया कि यह तलाशी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत ली जा रही है। अभी तक की कार्रवाई में कुछ दस्तावेज और गैजेट बरामद किए गए हैं।
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माना जा रहा है कि धन शोधन का यह मामला राजस्थान पुलिस की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी से संबद्ध है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने जून में आरोप लगाया था कि राजस्थान में ‘जल जीवन मिशन’ के कार्यान्वयन में 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया था कि योजना की 48 परियोजनाओं में फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र के आधार पर दो फर्मों को 900 करोड़ रुपये की निविदा जारी कर दी गई।
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मीणा ने आरोप लगाया, ‘‘केंद्र के जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया गया...राज्य के पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग (पीएचईडी) के मंत्री और सचिव ने मिलकर इसे अंजाम दिया।’’
‘जल जीवन मिशन’ का उद्देश्य घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से साफ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है और इसे राज्य पीएचईडी द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।