प्रधानमंत्री मोदी गुजरात का दो दिवसीय दौरा करेंगे, विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने के आखिरी दो दिन अपने गृह राज्य गुजरात में रहेंगे और इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे तथा रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी


नयी दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने के आखिरी दो दिन अपने गृह राज्य गुजरात में रहेंगे और इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे तथा रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

पीएमओ के मुताबिक प्रधानमंत्री 30 अक्टूबर को सुबह करीब 10:30 बजे अंबाजी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे, दोपहर करीब 12 बजे मेहसाणा में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे और अगले दिन सुबह करीब आठ बजे केवडिया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, जिसके बाद राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह मनाया जाएगा।

वह कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित भी करेंगे।

पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मेहसाणा में रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।’’

पीएमओ ने कहा कि मोदी की ओर से जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा और राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा, उनमें पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का न्यू भांडू-न्यू साणंद (एन) खंड, वीरमगाम-समखिअली रेल लाइन का दोहरीकरण, कटोसन रोड-बेचराजी-मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल साइडिंग) रेल परियोजना, मेहसाणा और गांधीनगर जिले के विजापुर तालुका और मनसा तालुका की विभिन्न ग्रामीण झीलों के पुनर्भरण के लिए परियोजना, मेहसाणा जिले में साबरमती नदी पर वलसाना बैराज, पालनपुर, बनासकांठा में पेयजल के प्रावधान के लिए दो योजनाएं, धरोई बांध आधारित पालनपुर लाइफलाइन परियोजना और 80 एमएलडी क्षमता का जल उपचार संयंत्र शामिल हैं।

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प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे उनमें महिसागर जिले के संतरामपुर तालुका में सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने की परियोजना, नरोदा-देहगाम-हरसोल-धनसुरा रोड, साबरकांठा का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण, गांधीनगर जिले में कलोल नगरपालिका सीवरेज और सेप्टेज प्रबंधन के लिए परियोजना, सिद्धपुर (पाटन), पालनपुर (बनासकांठा), बायड (अरावली) और वडनगर (मेहसाणा) में सीवेज शोधन संयंत्रों के लिए परियोजनाएं शामिल हैं।

सरदार पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे और पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

पीएमओ के अनुसार वह राष्ट्रीय एकता दिवस परेड देखेंगे जिसमें बीएसएफ और विभिन्न राज्य पुलिस के मार्च दस्ते शामिल होंगे। इसके विशेष आकर्षणों में सीआरपीएफ की महिला बाइकर्स द्वारा एक साहसी शो, बीएसएफ की महिला पाइप बैंड, गुजरात महिला पुलिस द्वारा निर्देशित नृत्य कार्यक्रम, विशेष एनसीसी शो, स्कूल बैंड प्रदर्शन, भारतीय वायु सेना द्वारा फ्लाई पास्ट, जीवंत गांवों की आर्थिक व्यवहार्यता का प्रदर्शन आदि शामिल हैं।

केवडिया में प्रधानमंत्री 160 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री की ओर से जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें एकता नगर से अहमदाबाद तक हेरिटेज ट्रेन, नर्मदा आरती के लिए प्रोजेक्ट लाइव, कमलम पार्क, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के भीतर एक पैदल मार्ग, 30 नई ई-बसें, 210 ई-साइकिल और कई गोल्फ कार्ट, एकता नगर में सिटी गैस वितरण नेटवर्क और गुजरात राज्य सहकारी बैंक का 'सहकार भवन' शामिल है।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री केवड़िया में ट्रॉमा सेंटर और एक सौर पैनल के साथ उप-जिला अस्पताल की आधारशिला रखेंगे।

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प्रधानमंत्री ‘आरंभ’ कार्यक्रम के पांचवें संस्करण के समापन पर 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करेंगे।

पीएमओ ने कहा, ‘‘आरंभ का 5वां संस्करण 'व्यवधान की शक्ति का उपयोग' विषय पर आयोजित किया जा रहा है। यह उन व्यवधानों को चित्रित करने का एक प्रयास है जो वर्तमान और भविष्य को नया रूप देते रहते हैं और समावेशी विकास के लिए शासन के क्षेत्र में व्यवधान की शक्ति का उपयोग करने के मार्गों को परिभाषित करते हैं।’’

उसने कहा, ‘‘ 'मैं नहीं हम' थीम के साथ 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स में भारत की 16 सिविल सेवाओं और भूटान की 3 सिविल सेवाओं के 560 अधिकारी प्रशिक्षु हैं।’’

 










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