पर्ल समूह घोटाला: पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने फर्जी दस्तावेज सत्यापित करने के आरोपी सीए को गिरफ्तार किया

डीएन ब्यूरो

पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने मंगलवार को कहा कि उसने पर्ल समूह एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड घोटाला के संबंध में कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों को सत्यापित करने के आरोपी एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) को किया है।

गिरफ्तार (फाइल)
गिरफ्तार (फाइल)


चंडीगढ़: पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने मंगलवार को कहा कि उसने पर्ल समूह एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड घोटाला के संबंध में कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों को सत्यापित करने के आरोपी एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) को गिरफ्तार किया है।

ब्यूरो की एक विशेष जांच टीम पर्ल समूह (एक चिटफंड कंपनी) द्वारा किए गए घोटाले की जांच कर रही है।

ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा दिखाया गया कि पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड की एक असाधारण आम बैठक राजस्थान के जयपुर में उसके पंजीकृत कार्यालय में बुलाई गई थी, जो सात-आठ साल पहले ही बंद हो गया था, और जहां जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके तीन नये निदेशकों की नियुक्ति की गई थी।

प्रवक्ता ने कहा कि पेशे से सीए जसविंदर सिंह डांग ने असली निदेशक के रूप में हृदयपाल सिंह ढिल्लों, संदीप सिंह महल और धर्मेंद्र सिंह संधू की नियुक्ति के संबंध में फर्जी दस्तावेजों को सत्यापित किया।

प्रवक्ता ने कहा कि यह जानते हुए भी कि कोई बैठक नहीं हुई थी, उन्होंने केंद्रीय कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की वेबसाइट पर भी दस्तावेजों को अपलोड कर दिया।

पर्ल समूह ने कथित तौर पर पंजाब समेत देश के विभिन्न हिस्सों में अवैध तरीके से नाना प्रकार की योजनाएं संचालित करके बहुत से लोगों को ठगा।

 










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