Pakistan Mosque Blast: पेशावर की मस्जिद में बम विस्फोट से मरने वालो की संख्या बढ़कर हुई 88, जानें अपडेट

डीएन ब्यूरो

पाकिस्तान में पश्चिमोत्तर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर में एक मस्जिद में हुए बम विस्फोट में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 88 हो गई है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

पेशावर की मस्जिद में बम विस्फोट में 88 की मौत (फाइल फोटो)
पेशावर की मस्जिद में बम विस्फोट में 88 की मौत (फाइल फोटो)


इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पश्चिमोत्तर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर में एक मस्जिद में हुए बम विस्फोट में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 88 हो गई है। लेडी रीडिंग अस्पताल (एलआरएच) के प्रवक्ता मोहम्मद असीम ने इसकी पुष्टि की है। पेशावर के पुलिस लाइंस इलाके में शुक्रवार को एक मस्जिद में हुए विस्फोट में 59 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पुलिस अधिकारी थे। विस्फोट से 150 से अधिक घायल हो गए थे।

प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बाद में इसने खुद को इससे दूर कर लिया। एलआरएच के प्रवक्ता ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि सभी मृतकों की पहचान कर ली गई है, जबकि 57 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने कहा कि 157 घायलों को कल अस्पताल लाया गया था, जिनमें से अधिकतर को उपचार के बाद घर भेज दिया गया था।

इस बीच, बचाव अभियान 1122 के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने डॉन को बताया कि पिछले 18 घंटों से विस्फोट स्थल पर बचाव अभियान लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें किस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है, इसकी पहचान करना बाकी है।

हमले के बारे में एक पुलिस रिपोर्ट में बताया गया है कि जिस समय मस्जिद में विस्फोट हुआ था, मस्जिद का मुख्य हॉल खचाखच भरा हुआ था और मस्जिद की क्षमता 300 से 350 लोगों की थी। पेशावर इलाके में कैपिटल सिटी पुलिस, फ्रंटियर रिजर्व पुलिस, एलीट पुलिस बल, काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट, टेली कम्युनिकेशन ब्रांच, आरआरएफ और एससीयू आदि का मुख्यालय शामिल है।

खैबर पखतून्ख्वा के पुलिस महानिदेशक (आईजीपी) मौजम जाह अंसारी ने कहा कि केपी पुलिस हमेशा लोगों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा,“ इस बल का प्रमुख होने के नाते, मैं उन पुलिस अधिकारियों को सलाम करता हूँ जिन्होंने घातक विस्फोट में अपनी जान गंवाई। ये शहीद हमारे असली नायक हैं और उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पीड़ित परिवारों को अकेला नहीं छोड़ा जायेगा और उनका कल्याण के पी पुलिस का मुख्य जिम्मेदारियों में शामिल रहेगा।” (वार्ता)










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