एनआईए ने मुंद्रा पोर्ट पर मादक पदार्थ जब्ती मामले में दूसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया

डीएन ब्यूरो

गुजरात में वर्ष 2021 में मुंद्रा पोर्ट पर मादक पदार्थ जब्ती मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को 22 अरोपियों के खिलाफ दूसरा अनुपूरक आरोपपत्र दाखिल किया जिसमें सात अफगान नागरिक और सात कंपनियां शामिल हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी
राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी


नयी दिल्ली: गुजरात में वर्ष 2021 में मुंद्रा पोर्ट पर मादक पदार्थ जब्ती मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को 22 अरोपियों के खिलाफ दूसरा अनुपूरक आरोपपत्र दाखिल किया जिसमें सात अफगान नागरिक और सात कंपनियां शामिल हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

जांच एजेंसी ने कहा कि जांच में पाया गया कि हेरोइन बेंचकर पैसा एकत्र किया गया जिसे भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों को मुहैया कराया गया।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 16 आरोपियों के खिलाफ 14 मार्च, 2022 को आरोपपत्र दखिल किया और पहला अनुपूरक आरोपपत्र नौ अन्य आरोपियों के खिलाफ 29 अगस्त, 2022 को दाखिल किया गया।

यह मामला मुद्रा पोर्ट पर 2988 किलोग्राम हेरोइन को जब्त करने से संबंधित है। यह खेप ईरान स्थित अंदर अब्बास के जरिये अफगानिस्तान भेजी गई थी।

यह मामला शुरुआत में गुजरात के राजस्व खुफिया निदेशालय की गांधीधाम इकाई द्वारा दर्ज किया गया था। लेकिन एनआईए ने छह अक्टूबर, 2021 को इसे दोबारा दर्ज किया।

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मुख्य आरोपी हरप्रीत सिंह तलवार उर्फ कबीर तलवार समेत 22 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरापेपत्र अहमदाबाद स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दाखिल किया गया था।

एक अधिकारी ने कहा कि तलवार कई बार दुबई गया और आयात के वाणिज्यिक समुद्री मार्ग का लाभ उठाने की साजिश में शामिल हुआ ताकि हेरोइन की वाणिज्यिक मात्रा में तस्करी करके इसे भारत पहुंचाया जा सके।

एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वह नयी दिल्ली में कई कारोबार में शामिल है जैसे कि क्लब, खुदरा शोरूम और आयात कंपनियां। तलवार ने ये कंपनियां अपने कर्मचारियों, दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर खुलवाई हैं, लेकिन इनका संचालन वह अकेले करता है। इन कंपनियों का इस्तेमाल मादक पदार्थों और प्रतिबंधित चीजों का आयात करने के लिए किया गया।’’

एनआईए ने कहा कि इस तरह की एक दर्जन से अधिक कंपनियों की पहचान करके जांच की गई है जिनमें मेसर्स मैगेंट इंडिया शामिल है जिसका नाम आरोपपत्र में है।

अफगानिस्तान से अर्द्ध प्रसंस्करित सिलखड़ी पत्थर भारत आयात करने की आड़ में कंपनी हेरोइन का आयात करके इसे हासिल करने में शामिल थी।

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तलवार के अलावा दूसरे अनुपूरक आरोपपत्र में राह मतुल्लाह कक्कड़, शाहीनशाह जहीर, फरीदून अमानी उर्फ ​​जावेद अमानी, अब्दुल सलाम नूरजई, मोहम्मद हुसैन दाद और मोहम्मद हसन शाह के नाम हैं औ ये सभी अफगानिस्तान के निवासी हैं।

अन्य आरोपियों में कश्मीर के उरी का निवासी मोहम्मद इकबाल अवान (जो अभी पाक अधिकृत कश्मीर में है), दिल्ली के वित्यश कोसर उर्फ राजू दुबई और जसबीर सिंह, हरियाणा के ईश्वरिंदर सिंह, पश्चिम बंगाल के सुशांत सरकार और तमिलनाडु के मचावरम सुधाकर और राजकुमार पेरुमलम शामिल हैं।

एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि भारत स्थित कंपनियों आशि टेडिंग कंपनी, मेसर्स जीसस क्राइस्ट इंपेक्स, मेसर्स मैगेंट इंडिया, मेसर्स वी/के इंटरप्राइजेज और मेसर्स व्योम फैशन के नाम आरोपपत्र में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह अफगानिस्तान की कई कंपनियों के नाम इसमें हैं।

 

 










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