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Navratri: बलिया में नवरात्र को लेकर बाजार गुलजार, सजे मंदिर

यूपी के बलिया में नवरात्र को लेकर बाजारों से लेकर मां के दरबार भी सज गए हैं। बाजारों में श्रद्दालुओं की भीड़ जुट गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Navratri: बलिया में नवरात्र को लेकर बाजार गुलजार, सजे मंदिर

बलिया: शारदीय नवरात्र गुरुवार से आरंभ हो रहे हैं। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। श्रद्धालु अपने घरों और आसपास के देवी मंदिरों में साफ सफाई एवं रंग रोगन का  कार्य शिद्दत से कर रहे हैं। इस दौरान देवी मंदिरों को प्राकृतिक व अप्राकृतिक फूलों से सजाया गया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पूजा सामग्री की दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ रही है। 

 

मां के मंदिर सजे 

जानकारी के अनुसार मां के भक्तों के दर्शन व पूजन के लिए जिले के प्रमुख 13 देवी मंदिरों के गेट सुबह चार बजे खोल दिए जाएंगे। उधर पूजन की तैयारी को लेकर  श्रद्धालु  नारियल, चुनरी,  फूल माला, प्रसाद  खरीदने के लिए बाजारों में  उमड़ पड़े। जिससे दुकानदारों के चेहरे खिलखिला गए।

नवरात्र में मंदिरों में रौनक बढ़ी 

देवी मंदिरों के आसपास भी नारियल, चुनरी,प्रसाद आदि की दुकानें सजकर तैयार ‌है। इसके अलावा सुर‌क्षा के भी प्रबंध किए गए है। मां के भक्त शुभ मुहुर्त में कलश की स्थापना कर दुर्गा सप्तशती का पाठ करेंगे। 

नवरात्र के पहले दिन मां के भक्तों ने नगर के गुदरी बाजार व जापलिनगंज दुर्गा मंदिर तथा ब्रह्माइन स्थित ब्राह्मणी देवी, शंकरपुर स्थित शांकरी भवानी, फेफना थाना के कपूरी गांव स्थित कपिलेश्वरी भवानी मंदिर, नरहीं थाना के कोरंटाडीह स्थित मंगला भवानी, रसड़ा के काली मंदिर, नीबू कबीरपुर व उचेड़ा स्थित चंडी भवानी, सिकंदरपुर के जल्पा- कल्पा मंदिर, मनियर के बुढ़ऊ बाबा मंदिर व नवका बाबा मंदिर, रेवती के पचरूखा देवी गायघाट मंदिर को सजा दिया है। मां के भक्त प्रथम नवरात्रे पर शैलपुत्री का पूजन कर नारियल, चुनरी, प्रसाद चढ़ाकर परिवार के मंगलमय की कामना करेंगे। 

बुधवार की सुबह से ही पूजन की तैयारी को लेकर श्रद्धालु नारियल, चुनरी,  फूल माला, प्रसाद  खरीदने के लिए बाजारों में उमड़ पड़े। जिससे दुकानदारों के चेहरे खिलखिला गए। जबकि पिछले वर्ष देवी मंदिरों में भक्तगणों को बाहर से ही दर्शन पूजन करना पड़ा था।
 

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