भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार, जुलाई में एफपीआई ने किया इतना निवेश

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय शेयर बाजारों में निवेश का सिलसिला लगातार जारी है। जुलाई के पहले पखवाड़े में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 30,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि तथा कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने के बीच भारतीय बाजारों के प्रति एफपीआई का आकर्षण कायम है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 16 July 2023, 3:48 PM IST
google-preferred

नयी दिल्ली: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय शेयर बाजारों में निवेश का सिलसिला लगातार जारी है। जुलाई के पहले पखवाड़े में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 30,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि तथा कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने के बीच भारतीय बाजारों के प्रति एफपीआई का आकर्षण कायम है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यदि एफपीआई का यही रुख जारी रहता है, तो जुलाई में शेयरों में में उनके निवेश का आंकड़ा मई और जून को पार कर सकता है। विदेशी निवेशकों ने मई में शेयरों में 43,838 करोड़ रुपये और जून में 47,148 करोड़ रुपये का निवेश किया था।

डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अबतक शेयर बाजारों में एफपीआई का निवेश 1.07 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

बाजार विश्लेषकों का मानना ​​है कि भारतीय शेयरों में एफपीआई प्रवाह का परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘चिंता की बात सिर्फ बढ़ता मूल्यांकन है। चीन में मूल्यांकन अब भारत की तुलना अधिक आकर्षक है। ऐसे में एफपीआई ‘चीन में बेचो, भारत में खरीदो’ नीति पर ज्यादा समय तक टिके नहीं रह सकते।’’

आंकड़ों के अनुसार, इस महीने अबतक यानी 14 जुलाई तक एफपीआई ने भारतीय शेयरों में 30,660 करोड़ रुपये डाले हैं। भारतीय शेयर बाजारों में उनके निवेश का सिलसिला मार्च से जारी है।

मार्च से पहले, विदेशी निवेशकों ने जनवरी और फरवरी में शेयरों से सामूहिक रूप से 34,626 करोड़ रुपये निकाले थे।

समीक्षाधीन अवधि में विदेशी निवेशकों ने शेयरों के अलावा भारतीय ऋण या बॉन्ड बाजार में भी 1,076 करोड़ रुपये डाले हैं।

Published :