छत्तीसगढ़: कथित रूप से फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर युवकों ने किया नग्न प्रदर्शन, 29 गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

छत्तीसगढ़ में कथित रूप से फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नग्न प्रदर्शन कर रहे 29 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

गिरफ्तार (फाइल)
गिरफ्तार (फाइल)


रायपुर: छत्तीसगढ़ में कथित रूप से फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नग्न प्रदर्शन कर रहे 29 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नग्न प्रदर्शनकारियों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे राज्य विधानसभा की ओर जा रहे थे। विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ।

अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवक आज नग्न होकर विधानसभा की ओर रवाना हुए थे। उनके हाथों में तख्तियां थी और वह उन सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे जिन्होंने नौकरी पाने के लिए कथित फर्जी जाति प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया था।

रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि शहर के पंडरी थाना क्षेत्र के आमा सिवनी मोड़ के करीब अश्लील तरीके से विरोध करने पर 29 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया था।

उन्होंने बताया कि बाद में युवकों को भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

इससे पहले प्रदर्शन कर रहे युवकों ने संवाददाताओं को बताया कि छत्तीसगढ़ में 267 लोग अनुसूचित जाति और जनजाति का प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

युवकों ने कहा, ''उनकी गिरफ्तारी और उन पर कार्रवाई के लिए हम लोगों ने आमरण अनशन किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर हम अब नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी मांग है कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र धारकों की गिरफ्तारी हो और उनकी अर्जित संपत्ति उनसे ले ली जाए।''

उन्होंने कहा, ‘‘यदि मांगे नहीं मानी गई तो और अधिक उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।’’

विधानसभा जाने वाली सड़क पर अचानक बड़ी संख्या में नग्न युवकों को हाथ में तख्ती लेकर नारे लगाते हुए देखकर कई लोगों ने उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।

राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने युवकों के नग्न प्रदर्शन को लेकर सरकार की आलोचना की और कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए आज शाम राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को एक ज्ञापन सौंपा।

विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण चंदेल के नेतृत्व में भाजपा विधायक आज राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य के इतिहास में पहली बार इस तरह का पूर्ण नग्न प्रदर्शन किया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। यह छत्तीसगढ़ को शर्मसार करने वाली घटना है।

ज्ञापन में कहा गया है कि कांग्रेस सरकार की अकर्मण्यता और विभाजनकारी स्वार्थी राजनीति के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है।

भाजपा ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने पहले ही प्रशासन को अपने आंदोलन के बारे में सूचित कर दिया था लेकिन इसके बावजूद शासन ने जरा भी संवेदना दिखाने की जरूरत नहीं समझी। यह युवक फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे अधिकार छीने जाने का विरोध कर रहे थे। लेकिन इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया।

मुख्य विपक्षी दल ने राज्यपाल से राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने और फर्जी जाति प्रमाण पत्र रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

भाजपा ने प्रदर्शनकारियों की रिहाई की भी मांग की है।

 










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