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फिर उठा गंगाजल की शुद्धता पर सवाल, ‘गंगा जल’ कहें या ‘कीड़ा जल’

गर्मी का मौसम शुरू होने के पहले ही कानपुर में गंगा के जलस्तर में भारी गिरावट और बेतहाशा गंदगी ने खतरे की घंटी बजा दी है।
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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फिर उठा गंगाजल की शुद्धता पर सवाल, ‘गंगा जल’ कहें या ‘कीड़ा जल’

कानपुर: भारतीय संस्कृति में गंगाजल का महत्व लोगों की आस्था से जुड़ा है। गंगा भगवान शंकर की जटाओं से निकलती है, इसलिए यह पवित्र समझी जाती है। गंगाजल को लोग पूजा और घर की शुद्धी आदि के लिए प्रयोग करते हैं..केंद्र सरकार भी हर साल गंगा को निर्मल और स्वच्छ रखने के नाम पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बर्बाद करती है, लेकिन कानपुर की गंगा की धरा तंदुरस्त नहीं हुई। पहले यहां पर मटमैला और बदबूदार जल घाटों पर दिखता था पर अब जहरीले कीड़ों ने मुश्किलें बढ़ा रखी है।

गंगा में गंदगी का अंबार

घटता जलस्तर बना चिन्ता का कारण

बीते गुरुवार को गंगा नदी का जलस्तर 2 इंच और गिर गया है। ये स्थिति भैरोघाट पम्पिंग स्टेशन पर देखने को मिली आंकड़ों के अनुसार है।अगर यही दशा रही तो करीब 20 लाख लोगों को आने वाली गर्मी में भीषण जलसंकट से जूझना पड़ सकता है।

 

गंगा में कीड़े पड़ जाने से दोगुना बढ़ा जलकल विभाग का खर्च

एनजीटी में गंगा में नालों से और टेनरियों के जरिये जा रहे कचरे को रोकने पर पिछले तीन दिन से बहस चल रही है। इस बीच बिठूर के रास्ते गंगा बैराज होते हुए भैरोघाट के पंपिंग स्टेशन तक गंगा में बड़ी मात्रा में लाल रंग के कीड़े पाए गए हैं। कहा जा रहा है कि कीड़े कई दिनों से आ रहे हैं, लेकिन अब इनकी संख्या बहुत ज्यादा हो गई है। जलकल विभाग भैरोघाट पंपिंग स्टेशन से गंगाजल खींच कर शुद्ध करके शहर में सप्लाई करता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद सिकंदर का कहना है कि जलकल हमारे विभाग से शिकायत की है, अधिकारियों की टीम भेजकर इसकी जांच कराई गई है।

ग्लास में गंगाजल, कर रहा है गंदगी की चुगली

स्थिति अनियंत्रित होने पर जागा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

गंगा के गिरते जलस्तर और कीड़े पाये जाने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नींद टूटी और फिर वैज्ञानिकों की टीम ने जलकल के साथ भैरोघाट समेत गंगा बैराज के पानी के नमूने लिए, बताया जा रहा है कि इस प्रकार के लाल और सफ़ेद रंग के कीड़े पहली बार गंगा में देखे गए हैं। जबकि सहायक वैज्ञानिक अधिकारी ने खुले में शौच को कीड़े पाये जाने का सबसे बड़ा कारण बताया। अधिकारी ने कहा की इस पर तुरंत रोक लगाने की जरुरत है।

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