New Delhi: आजकल बाजार में मिलने वाले खाद्य पदार्थों में मिलावट आम समस्या बन चुकी है, और घी भी इससे अछूता नहीं है। बाजार में मिलने वाले कई घी ब्रांड्स में कृत्रिम खुशबू, मिलावटी तेल या अन्य हानिकारक तत्वों की मौजूदगी पाई गई है, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप अपने परिवार की सेहत को लेकर सजग हैं, तो सबसे बेहतर विकल्प है घर पर ही शुद्ध देसी घी बनाना।
घर पर घी बनाना न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह स्वाद और सेहत के लिहाज से भी बेहतर होता है। देसी घी में मौजूद विटामिन A, D, E और K शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं। साथ ही यह पाचन में सुधार करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
घर पर देसी घी बनाने की आसान विधि
- गाय या भैंस का दूध (फुल क्रीम)
- मलाई (कम से कम 7-10 दिनों की जमा की गई)
- थोड़ा पानी
विधि
- सबसे पहले फुल क्रीम दूध को उबालें और ठंडा होने दें। दूध के ऊपर जो मलाई जमती है, उसे इकट्ठा करते जाएं। लगभग एक हफ्ते तक इसे एक कंटेनर में फ्रीज में रखें।
- जब पर्याप्त मलाई इकट्ठा हो जाए, तो इसे एक मिक्सी में हल्का पानी डालकर मथ लें। इससे मक्खन ऊपर तैरने लगेगा।
- इस मक्खन को इकट्ठा कर एक भारी तले वाले बर्तन में डालें और धीमी आंच पर गर्म करें।
- कुछ समय बाद यह मक्खन पिघलने लगेगा और उसमें से झाग निकलने लगेगा। इसे धीरे-धीरे पकाते रहें जब तक नीचे से सुनहरा रंग और ऊपर से पारदर्शी घी न दिखाई दे।
- अब गैस बंद करें और मिश्रण को ठंडा होने दें। फिर इसे छानकर किसी कांच के जार में स्टोर कर लें।
घी स्टोर करने के टिप्स
- शुद्ध देसी घी को कांच या स्टील के कंटेनर में रखें।
- घी को ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें, फ्रिज में रखने की जरूरत नहीं होती।
- गीले चम्मच या हाथ का इस्तेमाल न करें ताकि घी जल्दी खराब न हो।
घी के फायदे
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- त्वचा को पोषण देता है
- जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाता है
- पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है
बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद
अब जब आप जान गए हैं घर पर शुद्ध देसी घी बनाने का आसान तरीका, तो मिलावट से भरे बाजारू घी को कहिए अलविदा और अपनाइए घरेलू, सेहतमंद और स्वादिष्ट विकल्प।
नोट: यदि आप मक्खन निकालने में कठिनाई महसूस करें, तो बाजार से शुद्ध सफेद मक्खन खरीदकर भी यही प्रक्रिया अपनाकर घी तैयार कर सकते हैं।

