रविवार को ही छुट्टी क्यों होती है? जानिए 10 रोचक कारण
By: Sapna Srivastava
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25 July 2025
भारत में रविवार की छुट्टी की परंपरा ब्रिटिश शासन के समय से शुरू हुई थी। अंग्रेजों ने अपने देश की तर्ज़ पर भारत में भी रविवार को विश्राम का दिन घोषित किया।
ईसाई धर्म में रविवार को ‘प्रभु का दिन’ माना जाता है। यह दिन चर्च जाकर पूजा करने और परिवार के साथ समय बिताने के लिए होता है।
जब मजदूरों को लगातार काम करना पड़ता था, तब रविवार को एक छुट्टी के रूप में शामिल किया गया ताकि वे आराम कर सकें और अधिक उत्पादक बनें।
19वीं सदी में भारत में मजदूर संगठनों ने सप्ताह में एक छुट्टी की माँग की थी। इसके चलते रविवार को छुट्टी मिलनी शुरू हुई।
सरकारी दफ्तर और संस्थानों ने रविवार को बंद रखने की नीति अपनाई जिससे यह परंपरा बनी रही।
सप्ताह भर की मेहनत के बाद शरीर और मन को आराम देने के लिए एक दिन की छुट्टी ज़रूरी मानी जाती है।
रविवार को लोग आमतौर पर घर पर रहते हैं और अपने परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताते हैं।
एक ही दिन छुट्टी होने से स्कूल, कॉलेज, बैंक, आदि सब बंद रहते हैं जिससे सामूहिक कार्य योजनाएँ बनाना आसान होता है।
स्कूल-कॉलेज में रविवार को छुट्टी होने से यह आदत बचपन से ही समाज में स्थापित हो जाती है।
तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में संतुलन बनाए रखने के लिए साप्ताहिक अवकाश जरूरी होता है और रविवार को यह परंपरा सबसे ज़्यादा स्वीकार्य हो चुकी है।