कहां जाते हैं  रिटायरमेंट के बाद  आर्मी के कुत्ते?

By: Poonam Rajput

18 July, 2025

इंडियन आर्मी में कुत्तों को जवानों की तरह भर्ती किया जाता है।

इन्हें खास ट्रेनिंग देकर विस्फोटक और बम सूंघने के लिए तैयार किया जाता है।

 लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड और बेल्जियन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते सबसे ज्यादा रिक्रूट होते हैं।

इन कुत्तों को आर्मी में नाम और रैंक भी दिए जाते हैं।

सेवा के 10–12 साल बाद इन्हें रिटायर कर दिया जाता है।

पहले इन कुत्तों को रिटायरमेंट के बाद गोली मार दी जाती थी, सुरक्षा कारणों से।

लेकिन 2015 में सरकार ने इस पर रोक लगा दी।

अब रिटायर कुत्तों को रिमाउंट वेटनरी कॉर्प्स सेंटर और कैनाइन जेरियाट्रिक सेंटर भेजा जाता है।

वहां उनकी देखभाल होती है या उन्हें गोद लेने के लिए दिया जाता है।

अब ये वीर डॉग्स सम्मान के साथ अपनी ज़िंदगी पूरी करते हैं।