पायलट बनने का सपना अब होगा पूरा!
By: Poonam rajput
अब देश में पायलट बनने का सपना पहले से ज्यादा आसान हो जाएगा।
सरकार ने डीजीसीए के माध्यम से आरटीआर परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है।
यह परीक्षा भारतीय वायुयान अधिनियम के तहत कराई जाएगी।
पहले इस परीक्षा का जिम्मा दूरसंचार विभाग (DOT) के पास था।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस बारे में एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि यह कदम नागरिक उड्डयन क्षेत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में है।
1 जनवरी 2025 से नया भारतीय वायुयान अधिनियम लागू हो चुका है।
मंत्री ने इसे पायलटों के लिए एकल-खिड़की प्रमाणन प्रणाली की दिशा में बड़ी पहल बताया।
इससे पायलट बनने की प्रक्रिया में आने वाली कई बाधाएं दूर होंगी।
यह उन लोगों के लिए अनिवार्य है जो विमानन सेवाओं में रेडियो संचार उपकरणों का संचालन करते हैं।
इसमें पायलट, एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोलर) और रेडियो ऑपरेटर शामिल हैं।