By Poonam Rajput
June 18, 2020
ईरान और इजरायल के बीच हालिया युद्ध में ड्रोन हमलों की भूमिका तेजी से बढ़ रही है।
13 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर 200 फाइटर जेट्स से हमला किया था।
इसके जवाब में ईरान मिसाइल और ड्रोन हमलों से लगातार पलटवार कर रहा है।
इस संघर्ष में सबसे चर्चित हथियार बना है ईरान का 'शहीद 136' ड्रोन।
इसे 'कामिकाजे ड्रोन' भी कहा जाता है, जो टकरा कर खुद को विस्फोटित करता है।
यह ड्रोन पहले रूस और यूक्रेन युद्ध में भी इस्तेमाल किया जा चुका है।
शहीद 136 की उड़ान क्षमता लगभग 2,500 किलोमीटर तक है।
यह करीब 40 से 50 किलो विस्फोटक ले जाने में सक्षम है।
इसकी मारक क्षमता और सटीकता दुश्मन की रक्षा प्रणाली को चकमा दे सकती है।
इसके अलावा ईरान के पास शहीद 129 ड्रोन भी मौजूद हैं, जो निगरानी और हमला दोनों कर सकते हैं।
अबाबील-3 जैसे और भी कई एडवांस ड्रोन ईरान की ताकत को बढ़ाते हैं।
ड्रोन तकनीक ने इस युद्ध को कहीं ज्यादा खतरनाक और अप्रत्याशित बना दिया है।