जापान से दुनिया को खतरा! 

By: Poonam Rajput

जापान इन दिनों फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट से जुड़े रेडियोधर्मी पानी को लेकर चर्चा में है।

 2011 में भूकंप और सुनामी से फुकुशिमा प्लांट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ था।

रिएक्टरों को ठंडा करने के लिए हजारों टन पानी का इस्तेमाल किया गया।

यह पानी रेडियोधर्मी हो गया और इसे टैंकों में संग्रहित किया गया।

अब जापान इसे समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।

यह प्रक्रिया लगभग 30 साल तक चलेगी।

पानी में मौजूद रेडियोएक्टिव केमिकल्स मानव, पशु और पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

वैज्ञानिकों का मानना है कि लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

कई देशों और पर्यावरणविदों ने इस फैसले पर चिंता जताई है।

हालांकि, जापान का दावा है कि पानी को फिल्टर कर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार छोड़ा जा रहा है।