By Saumya Singh
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सर्दियों में गुड़ का सेवन आमतौर पर बढ़ जाता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा खाने से ब्लड शुगर, वजन और पाचन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
गुड़ में आयरन और मिनरल्स होते हैं, लेकिन अधिक मात्रा में खाने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। डायबिटीज या मेटाबॉलिक सिंड्रोम वाले लोगों के लिए यह जोखिम बढ़ा देता है।
100 ग्राम गुड़ में लगभग 10–15 ग्राम फ्रक्टोज और 383 कैलोरी होती हैं। जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर यह वजन बढ़ा सकता है और चीनी की तरह ही शरीर में ग्लूकोज लेवल को प्रभावित करता है।
गुड़ गन्ने के रस से बनता है और कभी-कभी प्रक्रिया पूरी तरह साफ-सुथरी नहीं होती। खराब क्वालिटी या गंदे वातावरण में तैयार गुड़ पेट में इंफेक्शन और हजम संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
कुछ लोगों में अधिक मात्रा में गुड़ खाने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, जैसे सिरदर्द, मतली, उल्टी, पेट दर्द या खांसी। साथ ही अधिक गुड़ खाने से पेट में जलन, कब्ज और असहजता भी हो सकती है।
गुड़ में फैट और उच्च कैलोरी मौजूद होती है। अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है और शरीर में गर्मी पैदा होकर पाचन गड़बड़ कर सकता है। इसलिए गुड़ को सही मात्रा, सही समय और भरोसेमंद क्वालिटी के साथ ही खाना चाहिए।
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है, इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें।